उत्तर प्रदेश के ज़िला अमेठी के मोहम्मद आरिफ़ गुर्जर और एक सारस की दोस्ती की कहानी दिलों को छू गई. दोनों की दोस्ती की देखकर हर कोई हैरान रह गया था. सोशल मीडिया पर भी दोनों के वीडियोज़ काफ़ी वायरल हुए. आम जनता से लेकर मीडियाकर्मी और नेता तक इन दोनों दोस्तों से मिलने पहुंचे. इसके बाद वन विभाग वालों ने आरिफ़ और सारस की दोस्ती तोड़ दी. सारस को आरिफ़ से 50 किलोमीटर दूर पक्षी विहार ले गए. अब खबरें आ रही है कि सारस पक्षी विहार से लापता हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वन विभाग के कर्मचारी सारस की तलाश में जुटे हैं.
पक्षी विहार से लापता हुआ आरिफ़ का दोस्त सारस
हमारे सहयोगी नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार यानि 22 मार्च शाम चार बजे के बाद से ही सारस पक्षी विहार में दिखाई नहीं दिया. सारस कहां गया वन विभाग के अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि वन विभाग के कर्मचारियों को सारस की तलाश में लगाया गया है.
वन विभाग वाले सारस को ले गए थे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेठी वन विभाग की टीम अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को रायबरेली स्थित समसपुर पक्षी विहार ले गई. वन विभाग वालों का कहना था कि राज्य पक्षी को कोई पालतू पक्षी की तरह अपने घर नहीं रख सकता. समसपुर पक्षी विहार आरिफ़ के घर से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर है.
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, अखिलेश यादव आरिफ़ और सारस से मिलने गए थे. वन विभाग द्वारा दोनों को अलग किए जाने के बाद अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया.
अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा, ‘उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है. उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है.
भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे. शर्मनाक!’
सारस और आरिफ़ का आखिरी वीडियो
आरिफ़ ने यूट्यूब पर अपने दोस्त के साथ आख़िरी वीडियो शेयर किया था. ये वीडियो देख पत्थर दिल भी पसीज जाएगा. है. वीडियो में आरिफ़ सारस को अपने हाथों से खाना खिलाते, जग से पानी पिलाते नज़र आ रेह हैं. दोस्त से बिछड़ने का गम आरिफ़ के चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा है. वो बीच में रोने लगते हैं. वीडियो पर आरिफ़ ने लिखा, ‘मेरा दोस्त तड़पता रहा दया नहीं आया मेरे बिना वो रह नहीं पायेगा. वहां कैसे रहेगा’
सारस और इंसान की दोस्ती
मोहम्मद आरिफ़ गुर्जर को खेत में एक ज़ख़्मी सारस मिला था. परिंदे का पैर टूट गया था, आरिफ़ उसे घर लाया और उसका इलाज किया. ठीक होने के बाद सारस जंगल नहीं गया, आरिफ़ के साथ ही रहने लगा. आरिफ़ बाइक या स्कूटी से निकलता तो सारस भी उसके पीछे उड़ने लगता. सारस आरिफ़ की थाली से खाना भी खाता था.