हिमाचल प्रदेश के शिमला के साथ लगते तारादेवी क्षेत्र के जंगल में भीषण आग लग गई। सोमवार को शाम को आग लगने की घटना गठित हुई है। दमकल की गाड़ियों ने आधी रात को आग पर काबू पा लिया। आग जंगल को तबाह करके नेशनल हाईवे की ओर बढ़ती जा रही थी। गौरतलब है कि पिछले महीने बारिश की कमी होने के कारण आग बहुत जंगलों में लग चुकी है।
मंगलवार सुबह से अग्नि शमन विभाग की 2 गाड़ियां, वन कर्मी और कुछ स्थानीय लोग जंगल में लगी आग बुझाने में मदद कर रहे हैं। जंगल में सूखे पत्ते और घासफूस अधिक होने और हवा चलने की वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। तारादेवी क्रॉसिंग के साथ अग्निशमन टीम ने 18 से 20 झुग्गियों को आग की भेंट चढ़ने से बचाया है।
तारादेवी के साथ जंगल में आग के कारण शिमला में विजिबिलिटी कम हो गई है। इससे शिमला शहर में खासकर टुटू, समरहिल, तारादेवी, घोड़ाचौकी, ISBT इत्यादि क्षेत्रों में चारों तरफ धुंआ ही नजर आ रहा है। तारादेवी के घने जंगल में आग के बाद स्थानीय लोग डरे व सहमे हुए हैं क्योंकि जंगल के आसपास लोगों के कई आवास है। आग पर यदि काबू नहीं पाया जा सका तो यह लोगों के घरों को भी अपनी चपेट में ले सकती है। फायल निवासी सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि कई किसान अपने पालतू मवेशियों के लिए जंगल से घास फूस और पत्तियां लाते हैं, लेकिन जंगल में आग के बाद अब न तो लोगों को घास मिल पाएगा और न ही पत्तियां मिल सकेगी।