दिसंबर-जनवरी कंपकंपती ठंड के लिए जाने जाते हैं. इन महीनों में ठंड का ये आलम हो जाता है कि लोग घर से निकलना तक भूल जाते हैं. उत्तर भारत की सर्दी झेलने वाली होती है लेकिन अगर बात करें हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की ठंड की तो यहां हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ती है. इसके साथ ही बर्फबारी भी जमकर होती है.
बर्फीले तूफान से ज़िंदगी हुई अस्त-व्यस्त
लेकिन अमेरिका में जिस तरह की सर्दी पड़ रही है उसके बारे में सोचने भर से ही पूरे शरीर में सिहरन दौड़ जा रही है. अमेरिका में ठंड के कारण 30 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं 2 लाख से ज्यादा लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ रहा है. आवागमन के संसाधन ठप्प पड़े हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यहां 15000 फ्लाइटों की उड़ान रद्द कर दी गई है. यहां आए भयंकर बर्फीले तूफान ने अमेरिका के कई इलाकों को बर्फ से ढक दिया है.
रेस्टोरेंट बना ‘बर्फ का महल’
अमेरिका में किस तरफ की भयानक बर्फबारी हो रही है इसका अंदाजा आप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो से लगा सकते हैं. इस वीडियो ने सभी को हैरान कर दिया है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक रेस्टोरेंट पूरी तरह से बर्फ से ढक गया है. यहां हो रही भीषण बर्फबारी में सबकुछ जम गया है. इस बर्फबारी का अंदाजा आपको इस वीडियो से लग जाएगा, जिसमें एक रेस्टोरेंट किसी ‘बर्फ के महल’ जैसा लग रहा है.
लोगों को नहीं आ रहा यकीन
बर्फ से ढके इस रेस्टोरेंट का नाम होक्स रेस्टोरेंट बताया जा रहा है. ये अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के हैम्बर्ग में स्थित है. यह वीडियो @CBNEWSPHOTOG नामक ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया है. इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि, ‘हैम्बर्ग में होक्स रेस्टोरेंट का यह दृश्य वास्तविक है. यह एक आइस कैसल जैसा दिखता है!’. इस वीडियो को देखने के बाद लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं. किसी ने कहा कि ‘यह रियल नहीं हो सकता’, वहीं किसी को ये दृश्य बहुत ही डरावना लग रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस भीषण ठंड और भयंकर बर्फबारी के कारण मिशिगन, इलिनोइस, मिसौरी, न्यूयॉर्क और शिकागो के बीच ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. वहीं शिकागो के ओ हरे हवाई अड्डे पर तापमान -13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
अमेरिका से लेकर कनाडा तक आए बर्फीला तूफान के कारण स्थिति ये हो गई है कि यहां पारा माइनस 57 डिग्री तक पहुंच गया है. इसका कारण बम चक्रवात (Bomb Cyclone) को बताया जा रहा है. वैज्ञानिकों के अनुसार ये बर्फीला तूफान जल्दी खत्म होने वाला नहीं है. लोगों को नए साल के बाद ही राहत मिलने की उम्मीद है.
धरती के उत्तरी ध्रुव की तरफ से अमेरिका की तरफ पहुंच रही सर्द हवाओं को आर्कटिक ब्लास्ट कहा जा रहा है. अमेरिका के ऊपरी वायमुंडल में मौजूद नमी वाली गर्म हवा के ऊपर से अधिक सर्द हवाएं गुजरने के कारण दबाव पैदा हुआ और इससे बम साइक्लोन की स्थिति बन गई. पिछले 48 घंटे में हालात बिगड़ गए हैं. विज्ञान कहता है कि बॉम्ब साइक्लोन की स्थिति तब बनती है जब सेंट्रल प्रेशर 24 घंटे के अंदर कम से कम 24 मिलीबार गिरा हो.