टेलीफोन क्रांति के नायक पंडित सुखराम का अंतिम संस्कार आज

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एम्स में मंगलवार देर रात ली अंतिम सांस

नरेंद्र शर्मा : मंडी

टेलीफोन क्रांति के नायक, पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता पंडित सुखराम का एम्स में इलाज के दौरान मंगलवार देर रात निधन हो गया था। वह 94 वर्ष के थे और एक सप्ताह से बे्रन स्ट्रोक से पीडि़त थे।बुधवार देर शाम को उनका पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से मंडी पहुंचा। वीरवार को छोटी काशी स्थित हनुमान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले सेरीमंच पर पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा। उनके निधन की जानकारी उनके पोते आश्रय शर्मा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर साझा की। उन्होंने अलविदा कहते हुए अपने दादा जी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही बचपन का फोटो भी साझा किया। उनके निधन की खबर मिलते ही मंडी समेत पूरे प्रदेश का माहौल गममीन हो गया। उनको श्रद्धांजलि देने वालों का सिलसिला सोशल मीडिया पर दिनभर चलता रहा।

बता दें कि पंडित सुखराम को ब्रेन स्ट्रोक मनाली में पड़ा था जब वह अपनी बेटी के घर गए हुए थे। उसके बाद उन्हें जोनल अस्पताल मंडी लाया गया जहां से उन्हें एम्स ले जाया गया था। पंडित सुखराम का जन्म 27 जुलाई 1927 को मंडी जिला के तुंगल स्थित कोटली गांव में हुआ था। मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने पंडित सुखराम के निधन पर शोक जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।

मंत्री रामलाल मार्कंडेय, मंत्री गोविंद ठाकुर, विधायक जवाहर सिंह ठाकुर, विधायक राकेश जम्वाल, विधायक इंद्र सिंह गांधी, विधायक कर्नल इंद्र सिंह, विधायक हीरा सिंह, विधायक प्रकाश राणा, सह मीडिया प्रभारी रजत ठाकुर व पायल वैद्य, सुमन ठाकुर, भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर सिंह ठाकुर, मीडिया प्रभारी प्रशांत शर्मा, पंकज कपूर आदि ने पंडित सुखराम के निधन पर दुख जताया है। सांसद प्रतिभा सिंह, पूर्व मंत्री कौल सिंह, पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी, विधायक विक्रमादित्य, चंद्रशेखर, पवन ठाकुर, जीवन ठाकुर आदि कई नेताओं ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं

राजनीतिक सफर

पंडित सुखराम 1962 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। 1967, 1972, 1974 उप चुनाव, 1977, 1982, 1998 और 2003 में वह पुन: चुने गए। वह 1967-72, 1980-85 और 24 मार्च, 1998 से 7 मई, 1998 तक राज्य मंत्रिमंडल में ऊर्जा, लोक निर्माण विभाग, कृषि, बागवानी, पशुपालन, सिंचाई इत्यादि विभागों के मंत्री रहे। वह मंडी संसदीय क्षेत्र से 1985, 1991 और 1996 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए और विभिन्न विभागों में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में सेवाएं दी।