Kyrgyzstan Tajikistan Latest News : तजाकिस्तान और किर्गिस्तान के बीच सीमा प्राय: तनाव का कारण बनी रहती है। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद काफी पुराना है। सोवियत संघ से अलग होने के बाद इन दोनों देशों के बीच कई इलाके ऐसे हैं, जहां कोई स्थायी सीमांकन नहीं है।
मास्को : किर्गिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने मध्य एशियाई पड़ोसी ताजिकिस्तान के साथ सीजफायर पर सहमत हो गया है। दोनों देशों के बीच शुरू हुआ संघर्ष युद्ध की ओर बढ़ता दिख रहा था जिसमें टैंक, मिसाइलें और तोपें शामिल हो गई थीं। दो दिन पहले एक विवादित पर्वतीय सीमा क्षेत्र को लेकर किर्गिस्तान और तजाकिस्तान के बीच हुई झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई और 31 लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प ऐसे समय पर हुई जब उजबेकिस्तान के समरकंद शहर में किर्गिस्तान और तजाकिस्तान के नेता मंच साझा कर रहे हैं।
किर्गिज स्वास्थ्य मंत्रालय ने घायलों और मृतकों के बारे में यह जानकारी मुहैया कराई है। किर्गिस्तान सीमा सेवा के अनुसार सीमा पर यह संघर्ष तड़के सुबह हुआ, जब तजाक सुरक्षा बलों ने किर्गिज सीमा रक्षकों पर गोलीबारी की। तनाव बढ़ने पर, किर्गिज़ सीमा सेवा ने ताजिकिस्तान पर किर्गिस्तान के ठिकानों पर गोलाबारी करने के लिए मोर्टार, टैंक और बख्तरबंद वाहनों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही कई रॉकेट लॉन्चरों से सीमा के पास बैटकेन शहर में एक हवाई अड्डे पर हमला किया गया और नागरिक बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया।
ताजिक गांवों पर हमले का आरोप लगाया
तजाकिस्तान सीमा के अधिकारियों ने इस बीच आरोप लगाया कि किर्गिज बलों ने सीमा के पास स्थित ताजिक गांवों को सभी प्रकार के भारी हथियारों और आग्नेयास्त्रों से मोर्टार बमबारी और गोलाबारी कर निशाना बनाया। ताजिक अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने बातचीत और संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा, लेकिन किर्गिज सैनिकों ने कथित तौर पर प्रस्तावों कर अनदेखी कर दी।
दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पुराना
तजाकिस्तान और किर्गिस्तान के बीच सीमा प्राय: तनाव का कारण बनी रहती है। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद काफी पुराना है। सोवियत संघ से अलग होने के बाद इन दोनों देशों के बीच कई इलाके ऐसे हैं, जहां कोई स्थायी सीमांकन नहीं है। इन इलाकों पर दोनों देश दावा करते हैं, जिस कारण पहले भी कई बार झड़पें हो चुकी हैं। इस बार का विवाद इतना गंभीर था कि दोनों देशों ने अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती तक कर दी है।