The Mishra who sent the legal notice to Lalu-Tejashwi, CM Nitish made his brother the vice-chairman of the commission.

Nitish Kumar and Udayakant Mishra: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बाल श्रमिक आयोग का उपाध्यक्ष पद राजीकांत मिश्रा को सौंपा जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राजीव कांत मिश्रा के भाई उदयकांत मिश्रा सीएम नीतीश के बेहद करीबी माने जाते हैं शायद इसलिए उनके भाई को आयोग में उपाध्यक्ष की कुर्सी सौंपी गई है।

पटना/भागलपुर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाल श्रमिक आयोग का गठन किया है। आयोग में राजीव कांत मिश्रा को उपाध्यक्ष का पद सौंपा गया है। इसके साथ ही ही राजीव कांत मिश्रा को राज्य मंत्री का दर्जा मिल गया है। राजीव कांत मिश्रा को सीएम नीतीश कुमार की ओर से आयोग में उपाध्यक्ष का पद मिलना सवालों के घेरे में है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राजीव कांत मिश्रा के भाई उदयकांत मिश्रा सीएम नीतीश के बेहद करीबी माने जाते हैं शायद इसलिए उनके भाई को आयोग में उपाध्यक्ष की कुर्सी सौंपी गई है। इतना ही नहीं, उदयकांत मिश्रा पर खुद तेजस्वी यादव सृजन घोटाले का आरोप लगा चुके हैं।

लालू-तेजस्वी के निशाने पर रहे हैं उदयकांत मिश्रा
भागलपुर में सृजन घोटाला उजागर होने पर 2017 में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव अपने संबोधन में कई बार उदयकांत मिश्रा का नाम लेते रहे हैं। लालू और तेजस्वी मंच से सीधे तौर से आरोप लगा चुके हैं कि सृजन घोटाले मे उदयकांत मिश्रा भी शामिल रहे हैं। इतना ही नहीं लालू यादव मंच से उदयकांत मिश्रा और सीएम नीतीश के निजी रिश्तों को लेकर भी हमला बोलते रहे हैं। हालांकि लालू तेजस्वी के इन आरोपों को उदयकांत मिश्रा झूठ बता चुके हैं और उन्होंने दोनों नेताओं को कानूनी नोटिस भी भेज चुके हैं।

उदयकांत मिश्रा फिलहाल बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के पद पर हैं। इस प्राधिकरण के अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री होते हैं। इसके अलावा उदयकांत मिश्रा आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति भी हैं। इससे पहले उदयकांत मिश्रा इसी यूनिवर्सिटी के प्रति कुलपति भी रह चुके हैं। उदयकांत मिश्रा भागलपुर में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन भी हैं। अब उदयकांत मिश्रा के भाई राजीव कांत मिश्रा को बाल श्रमिक आयोग का आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। यानी दोनों भाईयों को बिहार सरकार के मंत्री की तरह वेतन-भत्ता, गाड़ी, बंगला, कर्मचारी जैसी सारी सुविधायें मिलेंगी। वहीं बाल श्रमिक आयोग का आयोग के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए राजीव कांत मिश्रा भागलपुर में एक कोचिंग संस्थान चलाते हैं।
आयोग के अध्यक्ष का पद RJD को
बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष का पद आरजेडी को दिया गया है। सरकार ने आरजेडी समर्थक माने जाने वाले डॉ. चक्रपानि हिमांशु को बाल श्रमिक आयोग का अध्यक्ष बनाया है। आयोग में विभिन्न श्रमिक संगठनों, विधायकों और विधान पार्षदों को सदस्य बनाया गया है। वहीं जेडीयू के नेता आनंदी मेहता को अति पिछड़ा कोटे से सदस्य बनाया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि पहली बार किसी आयोग के अध्यक्ष की कुर्सी आरजेडी के जिम्मे गयी है।