तिरंगे में लिपटी देश के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी की पार्थिव देह, पंचतत्व में विलीन

शिमला, 05 नवंबर : देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी ने शनिवार को सुबह करीब 3 बजे अंतिम सांस ली। श्याम सरन नेगी अपने अंतिम सफर पर निकल गए हैं। प्रशासन व किन्नौर जिला के हजारों लोगों ने उनके घर पर पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई  दी। इस दौरान किन्नौर के पारम्परिक रस्मों रिवाज़ से स्वर्गीय श्याम सरन नेगी को पांच रंगीन कपड़े मे लपेटकर नम आँखों से अंतिम विदाई दी गई।

तिरंगे मे लिपटे श्याम सरन नेगी को प्रशासन ने गार्ड ऑफ़ ओनर दिया। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा कल्पा से लेकर पोवारी श्मशान तक चली। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन सादिक, एसपी किन्नौर विवेक चहल व पुलिस जवान भी मौजूद रहे।

जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि देश के प्रथम मतदाता ने आज इस दुनिया को अलविदा कहा है। ऐसे में प्रशासन ग्रामीणों व अन्य लोगों ने उनके निवास स्थान कल्पा मे अंतिम दर्शनों के बाद उन्हें विदाई दी। पोवारी समीप श्मशान में उनको पुलिस जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ़ ओनर भी दिया है।

उन्होंने कहा कि देश के प्रथम मतदाता ने इस विधानसभा चुनावों मे भी स्वर्गवास से पूर्व अपने मत क़ा प्रयोग किया है। यह भी देश के लिए गर्व की बात है। उनका नाम इतिहास के पन्नों मे सुनहरे अक्षरों मे लिखा जाएगा।

बता दे कि देश के प्रथम मतदाता ने 1951 के बाद अब तक 34 मर्तबा अपने मत का प्रयोग किया है।  विधानसभा चुनाव में उन्होंने 14 वी मर्तबा मत का प्रयोग किया है। देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी मूरंग गांव मे अध्यापक के पद पर थे।

1951 के अक्टूबर माह मे बर्फबारी के बीच उन्होंने अपने मत का पहला प्रयोग किया था, जिसके बाद 2 नवंबर 2022 तक यह सिलसिला चला। शाम 4 बजे दिल्ली से इलेक्शन कमीशन के कमीशनर भी श्याम सरन नेगी के घर कल्पा उनके परिवारजनों से मुलाक़ात के लिए आएंगे।