मुग़ल सल्तनत के इतिहास की सबसे महंगी शादी, 8 दिनों तक चली थी दावत, दुल्हन ने पहना था 8 लाख का लहंगा

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मुगल सल्तनत अपने जौको-शौक के लिए जाना जाता है. इतिहास में मुगल बादशाहों से जुड़ी कई दिलचस्प किस्से कहानियां हम अक्सर सुनते भी आए हैं. लेकिन, क्या आपने कभी मुगल सल्तनत के इतिहास में सबसे महंगी शादी के बारे में सुना है?

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शाहजहां को शिकोह से था गहरा लगाव

मुगल बादशाह शाहजहां अपनी बेगम मुमताज से बेपनाह मोहब्बत के लिए याद किए जाते हैं. उनको अपने बेटे दारा शिकोह से काफी ज्यादा लगाव था. वो अपनी नजरों से उन्हें ओझल नहीं होने देते थे. यही वजह रही कि उन्हें सैन्य अभियानों में भी नहीं भेजते थे. जबकि, उनके दूसरे बेटे बादशाह औरंगजेब कई सैन्य अभियानों का हिस्सा बनते. उनका नेतृत्व करते. बाद में कई सालों तक बादशाहत भी की.

इतिहासकारों ने इसीलिए शिकोह को कम राजनीतिक समझ करार दिया, जबकि औरंगजेब अपने कुटनीतिक राजनीति के लिए जाने जाते हैं. बावजूद इसके शाहजहां ने दारा शिकोह को अचानक अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया. जिसके बाद शिकोह और औरंगजेब के बीच संबंध भी बिगड़ गए थे.

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वहीं इतिहास के पन्नों को पलटें तो शिकोह भले ही राजनीतिक दावपेंच में कच्चे रहे हों, लेकिन उनके अंदर कई खूबियां थीं. लेखक अवीक चंदा की किताब ‘दारा शिकोह: द मैन हू वुड भी किंग’ के मुताबिक शिकोह एक शानदार कवि, धर्मशास्त्री, सूफी मत के उपासक थे. उनके अंदर प्रशासनिक और सियासत में दिलचस्पी नहीं थी. लोगों की चाल को समझने उनको पहचानने के मामले में कमजोर थे. फ़िलहाल इस सबके बावजूद बादशाह शाहजहां अपने शहजादे की मोहब्बत में उसे बादशाहत सौंप दी थी. वहीं शाहजहां का शिकोह के लिए उनकी मोहब्बत का अंदाजा आप उनकी शाही-शादी से भी कर सकते हैं.

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जब हुई मुगल सल्तनत की सबसे महंगी शादी

शाहजहां के बेटे दारा शिकोह की शादी नादिरा बानो से तय हुई. उनकी शादी की तारीख 1633 में आगरा में होना करार पाया गया था. बादशाह अपने शहजादे की शादी में कोई कमी नहीं होने देना चाहते थे. वो मुमताज की मौत के बाद किसी समारोह में शामिल भी होने जा रहे थे.

इतिहासकारों के मुताबिक वह शादी अपनी भव्यता के लिए इतिहास में दर्ज हो गई. इस शाही-शादी में तक़रीबन 32 लाख रुपए खर्च हुए थे.

शादी की आधी रकम यानी 16 लाख रुपए दारा शिकोह की बहन जहांआरा बेगम ने अपने पास से दिए थे. जहांआरा अपनी मां मुमताज की मौत के बाद अपने भाइयों का ख्याल एक मां की तरह रखा. वे उनसे बहुत मोहब्बत करती थीं.

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इस शादी में रात भर पटाखे फोड़े गए थे. 8 दिनों तक दावतों का सिलसिला जारी रहा. शादी के दिन जो लहंगा बेगम नादिरा ने पहना था. उसकी कीमत 8 लाख रुपए थी.

वहीं दारा शिकोह भी अपनी पत्नी नादिरा से बेपनाह मोहब्बत करते थे. वो भी बहुत ही सुंदर थीं. उनकी वफ़ादारी और प्रेम को पाकर दारा शिकोह ने अपने पिता की तरह दूसरी शादी करने की कभी नहीं सोची. फिलहाल उन दोनों की शादी मुगल काल के इतिहास में सबसे महंगी शादी के लिए जानी जाती है.