टीवी की दुनिया की बड़ी स्टार रतन राजपूत इन दिनों गांव में जीवन बिता रही हैं. साल 2018 में पिता को खोने के बाद रतन डिप्रेशन का शिकार हो गईं थी. लंबे समय तक डिप्रेशन से जूझने वाली रतन ने इससे निपटने के लिए साइकोलॉजी की पढ़ाई करने का फैसला लिया और गांव चलीं गईं.
यहां रतन राजपूत गांव में ग्रामीण की जिंदगी जी रही हैं और खेती कर रही हैं. रतन ने खेती के कई ब्लॉग भी शेयर किए हैं. रतन के फैन्स उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं. रतन करीब 4 सालों से पर्दे से गायब हैं. आखिरी बार रतन राजपूत को मां संतषी टीवी सीरियल में देखा गया था.
डिप्रेशन से जूझने के लिए खेती का सहारा
रतन राजपूत एक जानी-मानी टीवी अभिनेत्री हैं. आखिरी बार रतन को मां संतोषी सीरियल में देखा गया था. इसके बाद साल 2018 में उनके पिता का निधन हो गया. जिससे रतन पूरी तरह टूट गईं और डिप्रेशन का शिकार हो गईं. ‘आजतक’ में छपी खबर के मुताबिक रतन ने डिप्रेशन को लेकर भी खुलकर बात की है. रतन इन दिनों गांव में खेती कर रही हैं.
डिप्रेशन को लेकर रतन ने बताया कि मेरे पिता के निधन के बाद मैंने सब कुछ खो दिया था. मैं डिप्रेशन का शिकार हो गई थी. मेरा किसी काम में मन नहीं लगता था. डिप्रेशन केवल मूड स्विंग्स या फिर रोना नहीं है. डिप्रेशन में इंसान को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
खेती को समझा बेस्ट ऑप्शन
रतन राजपूत ने बताया कि वे डिप्रेशन के लिए दवाई नहीं लेना चाहती थीं. इसलिए मैंने psychology पढ़ना शुरू किया. इसके साथ ही मैंने गांव जाकर रहना शुरू कर दिया. रतन कई ब्लॉग्स में गांव की झलक भी दिखा चुकी हैं. रतन ने बताया कि मैंने कुछ समय के लिए मुंबई छोड़ दिया और फिर गांव की जिंदगी को एक्सप्लोर करना शुरू किया. गांव में मैंने खेती भी शुरू की. वहां मैंने देखा कि सभी लोग बिल्कुल खुली और खुशहाल जिंदगी जीते हैं. इससे मुझे काफी फायदा मिला है.