मशीन में कटकर किशोर की मौत
मवाना रोड स्थित मसूरी गांव के पास प्लास्टिक रिसाइकल करने वाली फैक्टरी के सुपरवाइजर की लापरवाही के चलते मशीन से कटकर किशोर की मौत हो गई। वह मशीन के डपलर पर काम करता था। किशोर की मौत के बाद ग्रामीणों ने फैक्टरी के गेट पर धरना देते हुए 30 लाख रुपये मुआवजे की मांग की। इस दौरान तीन थानों की पुलिस व विशेष बल मौके पर बुलाना पड़ा। वहीं 18 लाख 25 हजार रुपये के मुआवजे के रूप में चेक मिलने पर हंगामा बंद हुआ।
परिजनों के अनुसार सुपरवाइजर समर ने निखिल से कहा कि बिजली गई हुई है, मैं पावर कट करा रहा हूं, तुम मशीन का टेंक साफ कर दो। जिसके बाद निखिल मशीन के टेंक में घुस गया और सफाई करने लगा। इस बीच सुपरवाइजर पावर कट कराना भूल गया। तभी बिजली आ गई और मशीन चालू हो गई। आसपास के मजदूर दौड़े और मशीन बंद कराई। तब तक निखिल का शव क्षत-विक्षत हो चुका था।
हंगामा देख मवाना और गंगानगर पुलिस को भी बुला लिया गया। सुबह आठ बजे से बैठे ग्रामीणों को 12 बज गए। उसके बाद वार्ता शुरू हुई। फैक्टरी मालिक की ओर से विशाल जैन पहुंचे घंटों चली वार्ता में परिजन 18 लाख 25 हजार रुपये के मुआवजे पर सहमत हुए। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, पुलिस ने सुपरवाइजर समर को हिरासत में ले लिया।
राज मिस्त्री पिता अजय कुमार के मुताबिक, 15 वर्षीय निखिल आठवीं तक पढ़ा था। वह चार भाई-बहन लविश, जानवी, आरवी में सबसे बड़ा था, मां सरीता गृहणी है। करीब 3-4 माह से यहां फैक्टरी में काम करता था, उसे दस हजार रुपये तख्वाह मिलती थी।
एसडीएम सदर ने परिजनों से ली जानकारी
घटना की जानकारी पर एसडीएम सदर आजस्वी राज मौके पर पहुंचे और परिजनों से मामले की जानकारी लेते हुए, हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।