जिस मशरूम से हुआ 15 लाख का घाटा, उसी से कमा रहे हैं ₹40 लाख मुनाफा, 30 लोगों को रोजगार भी दिया

Indiatimes

हरियाणा के हिसार जिले के सलेमगढ़ गांव निवासी विकास वर्मा मशरूम की खेती से सालाना 30 से 40 लाख का मुनाफा कमा रहे हैं. वह 45×130 फीट के चार फर्म में मशरूम की खेती कर रहे हैं. आज भले ही वो लाखों में कमाई कर रहे हों लेकिन इसके लिए उन्हें कई बार असफल भी होना पड़ा और उन्हें लाखों रुपयों का नुकसान भी उठाना पड़ा.

फेल होने के बाद छोड़ दी पढ़ाई

Vikas Varma Hindifeed

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, विकास 12वीं फेल हैं. 2016 में फेल होने के बाद उनकी पढ़ाई में रुचि खत्म हो गई. किसान परिवार से आने वाले विकास पहले से ही किसानी की बारीकियां जानते थे. यही वजह रही कि उन्होंने अपने भविष्य के रूप में खेती किसानी को ही चुना. इस दौरान बहुत से उतार चढ़ाव देखने के बाद आज 24 साल की उम्र में विशाल मशरूम उत्पादन के साथ-साथ “वेदांता मशरूम” नामक एग्रो कंपनी के मालिक हैं. जिसका टर्नओवर तकरीबन 70 लाख के आसपास पहुंच चुका है.

उठाया भारी नुकसान

Vikas Bhaskar

आज भले ही वह अच्छी खासी कमाई कर रहे हों लेकिन मशरूम की खेती की शुरुआत उनके लिए इतनी आसान नहीं रही. उनके सामने कई तरह की समस्याएं आईं. वैसे तो उनका परिवार परंपरागत तरीके से खेती करता था लेकिन इस खेती में उन्हें नुकसान उठाना पड़ा. जिसके बाद विकास ने उन्हें मशरूम की खेती के बारे में बताया. इसके बाद सभी ने उनका सपोर्ट किया.

अपने एक दोस्त को पार्टनर बना कर विकास ने बेहद कम जानकारी के साथ मशरूम की खेती की शुरू की. यही वजह रही कि उन्हें लगभग 15 लाख के आसपास का नुकसान उठाना पड़ा. इस नुकसान के बाद उनका दोस्त भी साथ छोड़ कर चला गया. हालांकि विकास ने हार नहीं मानी. इस मुश्किल घड़ी में घरवालों ने भी उनका साथ दिया. इस तरह उन्होंने मशरूम की खेती जारी रखी. उनकी मेहनत और विश्वास की वजह से आज वह 35 से 40 लाख रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं.

आज संवार रहे हैं कई लोगों की जिंदगी

Vikas Kisan

खास बात ये है कि विकास सिर्फ मशरूम का उत्पादन ही नहीं करते बल्कि इससे बिस्किट, ड्रिंक्स और चिप्स जैसे उत्पाद भी बनाते हैं. ये उत्पाद मार्केट में आसानी से बिक जाते हैं. ऐसे में जिस मशरूम को वह 700 रुपए किलो बेचते थे, अब उसी एक किलो मशरूम को प्रोसेस करने के बाद उन्हें करीब 8000 रुपए मिलते हैं. इसमें हमें 6000 हजार तक मुनाफा हो जाता है. विकास ने इस समय कई महिलाओं साहिय 30 लोगों को रोजगार दिया है. इसके अलावा वह अपने आसपास के 10 हजार लोगों को इसकी खेती की ट्रेनिंग दे चुके हैं.