गाड़ी में 6 एयरबैग की अनिवार्यता इंडस्‍ट्री के लिए वरदान से कम नहीं, जानें कैसे और कितना होगा फायदा

नई दिल्‍ली. टाटा संस के पूर्व चेरयरमैन साइरस मिस्‍त्री की कार एक्सीडेंट में मौत के बाद से ही भारत में गाड़ियों में सुरक्षा उपायों को लेकर चर्चा छिड़ी हुई है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सभी गाड़ियों में 6 एयरबैग अनिवार्य करने के लिए कानून बनाने तक की बात कह चुके हैं. अगर देश में 6 एयरबैग हर गाड़ी में लगाने जरूरी हो गए तो इससे भारतीय एयरबैग इंडस्‍ट्री को बहुत फायदा होगा. इंडस्‍ट्री जानकारों का कहना है कि फिलहाल कार मेकर्स को एक व्‍हीकल के लिए एयरबैग किट पर 19,931 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. 6 एयरबैग का निमय लागू होने पर यह खर्च बढ़कर 31,890 रुपये हो जाएगा.

इंडस्‍ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो इस इंडस्‍ट्री में बूम आएगा. वर्तमान में करीब 60 लाख एयरबैग्‍स का निर्माण हर साल होता है. बाद में यह संख्‍या 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी. अगर टर्नओवर के हिसाब से बात करें तो फिलहाल एयरबैग इंडस्‍ट्री का सालाना कारोबार 39 अरब रुपये का है. यह 12 से 18 महीने में बढ़कर 99 अरब रुपये होने की संभावना है.

क्षमता बढ़ा रही हैं कंपनियां
इकोनॉमिक टाइम्‍सकी एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 3 सबसे बड़े एयरबैग उत्पादक ऑटोलिव, जेडएफ और जॉयसन भारत में कारोबार करते हैं. इन तीनों ही कंपनियों ने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी निर्माण क्षमता में इजाफा करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. जॉयसन आनंद अभिषेक सेफ्टी सिस्‍टम्‍स के एमडी महेंद्र राजावत का कहना है कि उनकी कंपनी भविष्‍य की मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है. राजावत का कहना है कि जॉयसन भारत में विश्‍व स्‍तरीय उत्‍पाद उपलब्‍ध कराता है. जॉयसन अगले 3 वर्षों में अपने निर्माण क्षमता को 10 गुना बढ़ाने में लगी है.

स्‍थानीय स्‍तर पर उत्‍पादन से कीमत कम
जेडएफ के भारतीय हेड होल्‍गर केलिन का कहना है कि सिक्‍योरिटी रेगुलेशन सही दिशा में उठाया गया कदम है. केलिन का कहना है कि उत्‍पादकों का स्‍थानीय स्‍तर पर उत्‍पादन करने के लिए कंपनी लगातार काम कर रही है. लोकेलाइज्‍ड प्रोडक्‍ट के कारण ही कंपनी सस्‍ते दामों पर अपने उत्‍पाद ऑफर कर रही है. केविन का कहना है कि स्‍थानीय स्‍तर पर बने 6 एयरबैग कार निर्माता कंपनी को 8,000 से 10,000 रुपये में पड़ेंगे.vv