छोटे शहरों के नए रईस देश की इस इंडस्ट्री को दे रहे रफ्तार, पैसे संभालने के लिए जमकर भर्ती कर रही कंपनियां

इंदौर, रोहतक, मेरठ, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय जैसे शहरों में अब करोड़पति लोगों की आबादी तेजी से बढ़ रही है. इस वजह से वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियां उनके पैसे को संभालने और बढ़ाने वाले युवाओं की तेजी से नियुक्ति कर रही है.

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पैसे संभालने और उसे बढ़ाने वाली जॉब में काफी तेजी आ रही है

नई दिल्ली: देश के छोटे शहरों में रईसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इस वजह से उन्हें अपने पैसे संभालने और उसे बढ़ाने के लिए प्राइवेट बैंकर और वेल्थ मैनेजर की जरूरत महसूस हो रही है. पिछले कुछ समय में देश के छोटे शहरों के इन रईसों ने प्राइवेट बैंकर और वेल्थ मैनेजर की मांग बढ़ाई है तो इस टीम में काम करने वाले युवाओं की जरूरत भी महसूस हो रही है.

इंदौर, रोहतक, मेरठ, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय जैसे शहरों में अब करोड़पति लोगों की आबादी तेजी से बढ़ रही है. इस वजह से वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियां उनके पैसे को संभालने और बढ़ाने वाले युवाओं की तेजी से नियुक्ति कर रही है.

सीनियर लीडरशिप लेवल पर इस तरह के जॉब की डिमांड काफी बढ़ी है. उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है. देश में तरलता बढ़ने, प्राइवेट इक्विटी में तेजी और वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट के ट्रेंड की वजह से छोटे शहरों के धनाढ्य प्राइवेट बैंक की सेवा लेने की कोशिश में जुटे हुए हैं.

देश के चंडीगढ़, कोच्चि, लखनऊ, जयपुर और नागपुर जैसे शहरों में नए रईस लोगों की वजह से प्राइवेट बैंकर और वेल्थ मैनेजर की मांग बढ़ रही है. मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ देश में 4700 लोगों के पैसे का प्रबंधन करती है और करीब 38,400 करोड़ रुपए की संपत्ति को मैनेज कर रही है.

कंपनी अपने मैनेजमेंट वर्कफोर्स को मजबूत करने में जुटी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि इन हाउस होल्ड वर्क प्लेस, ऑफ शोर एंटरप्राइजेज और इन्वेस्टर एडवाइजरी के मामले में कंपनी अब नई सेवा देने की योजना बना रही है.

दिलचस्प तथ्य है कि पिछले 6 महीने में कॉर्पोरेट गोल से लेकर इस वेल्थ मैनेजर की संख्या डेढ़ सौ से बढ़कर 200 तक पहुंच सकती है. कंपनी अब देश और विदेश में इस तरह के एक्सपर्ट हायर करने की योजना बना रही है.