विटब्रोड्ट ने दावा किया कि इस दौरान उनकी आत्मा ने खुद को प्रकट करने से पहले उसके शरीर को छोड़ दिया
Viral News: मौत के बाद क्या लोग भगवान से मिलते हैं? क्या मौत के बाद लोग दूसरी दुनिया में चले जाते हैं? और क्या लोग मौत के बाद अपने पूर्वजों से मिलते हैं? ये वो सवाल हैं जिसके जवाब आज तक नहीं मिले हैं. हालांकि मौत के बाद की जिंदगी को लेकर समय-समय पर अलग-अलग दावे किए जाते रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद विज्ञान ने इसे बस काल्पनिक बताया है. इसके वाबजूद आए दिन हमें ऐसी खबरें सुनने को मिलती रहती हैं. ताज़ा मामला अमेरिका का है. यहां की एक महिला ने दावा किया है कि कोमा में जाने के बाद उसकी मुलाकात भगवान से हुई.
ब्रिटिश अखबार डेली स्टार के मुताबिक अमेरिका की एक नर्स का दावा है कि उसकी आत्मा ने उसके शरीर को छोड़ दिया. इसके बाद जब वो कोमा में थी तब उसने भगवान को देखा. बता दें कि 52 वर्षीय पेनी विटब्रोड्ट गंभीर रूप से बीमार हो गईं थी. उनके बेटे द्वारा अस्पताल ले जाने से पहले उन्हें कुछ खाने और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी. बाद में उन्हें कुछ दिनों के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया.
आत्मा ने शरीर छोड़ दिया
विटब्रोड्ट कोमा में चली गई थी. उन्होंने दावा किया कि इस दौरान उनकी आत्मा ने खुद को प्रकट करने से पहले उसके शरीर को छोड़ दिया और कहा, ‘पृथ्वी पर लोग समय में बंधे हैं. लेकिन उस दुनिया में यानी भगवान के पास समय वास्तव में आपसे दूर हो जाता है.’ विटब्रोड्ट ने ये भी दावा किया कि उसने पहले एक चमकती हुई रोशनी देखी और फिर उसकी दादी की आत्मा अचानक प्रकट हुई और उसे ‘शांत रहने’ के लिए कहकर आश्वस्त किया.
भगवान मेरे सामने आए उन्होंने आगे कहा भगवान मेरे सामने आ गए. जहां उसने गुस्से में उन कठिनाइयों और दुखों के बारे में बात की, जिनका उसने और उसके परिवार ने अपने जीवन में सामना किया था. विटब्रोड्ट के अनुसार, भगवान ने इसका जवाब देते हुए कहा किइस दुनिया में दुखों को परलोक में पुरस्कृत किया जाता है और उन्हें शांति का अनुभव होता है. विटब्रोड्ट ने कहा कि उसने भगवान से उसे जीवन में वापस लाने से पहले असली अनुभव को याद करने की अनुमति देने के लिए कहा.
कोमा से उठते ही तुरंत ठीक हो गई विटब्रोड्ट ने दावा किया कि जब वह कोमा से उठी तो वह तुरंत ठीक हो गई. होश में आने के बाद, विटब्रोड्ट ने कहा कि उसने जो सबसे बड़ा सबक सीखा, वह यह था कि “सांसारिक सुख-सुविधाओं का जीवनकाल में समान मूल्य नहीं होता है. यह कठिनाइयां और संघर्ष हैं जो फल देते हैं. अपने भाग्यशाली अनुभव के बाद से, वह एक आध्यात्मिक यात्रा पर गई है और कहती है कि उसने भगवान के साथ अपने रिश्ते को मजबूत किया है.