जिसे टीम से बाहर किया गया, उसी ने वापस आते ही मैच जिताया, जेमिमा ने ऐसे दिलाई भारत को जीत

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भारत ने महिला T20 World Cup के अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराकर अभियान की शुरुआत जीत के साथ की है. हालांकि, एक समय ऐसा लगा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम के हाथों से यह मैच फिसल जाएगा, लेकिन जेमिमा रोड्रिग्ज ने 19वें ओवर में तीन चौके लगाए और भारत को जीत दिलाकर सुर्ख़ियों में आ गईं.

टीम में शामिल नहीं किए जाने पर टूट गई थीं जेमिमा

उन्होंने 38 गेंदों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 53 रनों की शानदार पारी खेली, मगर जिस जेमिमा की खूब चर्चा हो रही है, जो आज भारत की स्टार बनी हुई हैं. एक समय ऐसा भी था जब उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था.

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दरअसल, जेमिमा को पिछले साल न्यूजीलैंड में खेले गए वर्ल्ड कप में जगह नहीं दी गई थी. जिसकी वजह से वह टूट भी गई थीं, लेकिन इस युवा खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और मेहनत करती रहीं. जिसका फल भी जेमिमा को मिला. उन्हें जून 2022 में भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया गया. उन्होंने उस दौरान श्रीलंका के खिलाफ 36 रनों की नाबाद पारी खेल टीम में अपनी जगह सुनिश्चित कर लिया.

अब वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को ना सिर्फ संकट से निकाला, बल्कि जीत दिलाकर मैन ऑफ द मैच बनी.

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विरासत में मिला क्रिकेट

वैसे तो जेमिमा को क्रिकेट विरासत में मिला है, लेकिन वो मल्टी टैलेंटेड हैं. उनका जन्म 5 सितंबर 2000 को मुंबई में हुआ. उनके पिता इवान अपने समय के एक अच्छे क्रिकेटर माने जाते थे. बेटी ने भी क्रिकेट को अपने करियर के रूप में चुना. इसके अलावा वह एक हॉकी प्लेयर भी हैं. जेमिमा मुंबई की तरफ से हॉकी खेल चुकी हैं.

इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं. उन्हें संगीत से भी काफी प्यार है. खाली समय में जेमिमा गिटार बजाती हैं. उनके दोनों भाई भी क्रिकेट खेलते हैं. लेकिन सफलता अभी सिर्फ जेमिमा को ही मिली है.

 

पैरेंट्स को कहा थैंक्स

उन्होंने वर्ल्ड कप में अपनी इस विजयी पारी को अपने माता-पिता को समर्पित किया है, क्योंकि जब उन्हें पिछले साल विश्व कप में शामिल नहीं किया गया था तब उनके पैरेंट्स ने उनका हौसला नहीं टूटने दिया. उन्होंने उनका शुक्रिया अदा किया.

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मैच के बाद जेमिमा कहती हैं कि “ये पारी मेरे लिए बहुत खास है. मैं पिछले दिनों संघर्ष कर रही थी, लेकिन मैं डटी रही. भगवान का आशीर्वाद रहा. मैं अपनी इस पारी को अपने पैरेंट्स को समर्पित करना चाहती हूं.” उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता स्टेडियम में मौजूद हैं. ये पारी उनके लिए है.