वॉशिंगटन. अमेरिका के लुइसियाना से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. एक शख्स जो डिप्रेशन के लिए दवाइयां ले रहा था, उसकी दवाई का साइड इफेक्ट उसके शरीर के रंग पर देखा गया. दरअसल वह अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए एंटीडिप्रेसेंट की गोलियां खा रहा था. जिसके कुछ दिनों बाद ही उसके शरीर का रंग ग्रे और नीला होने लगा.
अमेरिका के टायलर मोंक को पिछले साल मई में फ्लुओक्सेटीन नाम की एक दवा दी गई थी, जो एक प्रकार का एंटीडिप्रेसेंट है. हालांकि, उन्होंने अपने मानसिक स्वास्थ्य में कभी कोई सुधार तो नहीं देखा, बल्कि उनकी पत्नी एमिली को लगा कि एक सप्ताह के भीतर उनकी त्वचा का रंग बदलना शुरू हो गया है. इसके बाद टायलर ने कुछ हफ्तों बाद दवा लेना बंद कर दिया, ताकि उनकी स्किन टोन पहले जैसी हो जाए पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.
टायलर में जो कुछ भी बदलाव आया है, उन्होंने इसको अपने फेसबुक पोस्ट में साझा किया है. उन्होंने बताया कि उनका रंग धीरे-धीरे काला हो गया, आंखों में जलन होने लगी, वो बेहद लाल हो गयीं. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, “कृपया उन दवाओं पर शोध करें जो आपको लेने से पहले बताई गई हैं. मैंने नहीं किया और अब मैं नीला/ग्रे हूं.”
टायलर की हालत ऐसी हो गयी थी कि वे सूरज की रोशनी में नहीं रह पाते थे. पहले तो वे इन लक्षणों को गंभीरता से नहीं ले रहे थे, लेकिन अंत में उन्होंने डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया. उनके डॉक्टर बीमारी का इलाज खोजने में असमर्थ थे. क्योंकि यह अपनी तरह का पहला केस है. टायलर के त्वचा विशेषज्ञ ने उन्हें समस्या की पहचान करने में मदद करने के लिए 8 त्वचा विशेषज्ञों की एक टीम के पास भेजा है. पत्नी एमिली ने इलाज के खर्च को पाने के लिए एक GoFundMe पेज बनाया है. इसके साथ ही उन्होंने जागरूकता फैलाने के लिए टिकटॉक वीडियो भी बनाया है.