भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे सरहदी बाड़मेर (Barmer) जिले में एक बार फिर एक शादी चर्चा में है. बाड़मेर जिले के बायतु उपखंड के सेवनियाला गांव में एक बारात 51 ट्रैक्टरों (Barat on tractors) पर निकाली गई. हैरत की बात यह है कि दूल्हा खुद ट्रैक्टर चलाकर अपने ससुराल बोड़वा पहुंचा. बाड़मेर जिले में दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लाने या बेटी को हेलिकॉप्टर से भेजने की बात अब आम होती जा रही है. वहीं एक बार फिर से बारातों का रेगिस्तान के जहाज ऊंट पर जाने का सिलसिला भी चल पड़ा है. ऐसे में अब ट्रैक्टरों से बारात जाना इलाके में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिले के सेवनियाला गांव निवासी 22 वर्षीय राधेश्याम की शादी बोड़वा निवासी कमला के साथ दो दिन पहले 8 जून को हुई थी. दूल्हा बारातियों के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर 15 किलोमीटर दूर अपने ससुराल पहुंचा. राधेश्याम की बारात 51 ट्रैक्टरों पर सवार होकर गई. 51 ट्रैक्टरों के एक साथ चलने के कारण बारात का काफिला करीब 1 किलोमीटर लंबा हो गया.
अनोखी बारात को देखने उमड़ पड़े लोग
ट्रैक्टरों पर जा रहे बारात के इस काफिले को देखकर हर कोई हैरान रह गया. बड़ी बात यह है कि दूल्हा राधेश्याम अपनी बारात में खुद ट्रैक्टर चालक बना. ट्रैक्टरों पर सवार होकर ये बारात जब दुल्हन की चौखट पर पहुंची तो गांव के लोग इस अनोखी बारात को देखने के लिए उमड़ पड़े और वहां चर्चाओं का दौर चल गया. लोगों ने वहां बारात के जमकर वीडियो बनाये और फोटो खींचे. अब ये वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं.
किसान का बेटा होने के नाते ट्रैक्टर पर बारात निकाली
दूल्हे राधेश्याम के मुताबिक ट्रैक्टर किसान की पहचान होते हैं. राधेश्याम ने बताया कि उसके पिता की बारात भी ऊंटगाड़ी पर गई थी. इन दिनों इतने ऊंटों की व्यवस्था कर पाना मुश्किल हो रहा था. इसलिये ट्रैक्टरों पर बारात निकालने का प्लान बनाया. इस पर परिजनों ने भी हामी भर दी. ऐसे में शादी से एक महीने पहले से ही बारात के लिए 51 ट्रैक्टर इकट्ठे किए थे. राधेश्याम बताते हैं कि किसान का सच्चा साथी ट्रैक्टर होता है. इसलिए किसान का बेटा होने के नाते ट्रैक्टर पर बारात निकाली है.