भारत में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जिसका कोई नाम नहीं है. यहां ट्रेनें आकर रूकती तो हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता होता है कि स्टेशन का नाम क्या है. इस बेनाम रेलवे स्टेशन की काफी चर्चा है.
दुनिया में मौजूद हर चीज की एक पहचान होती है. ये पहचान उसके नाम से की जाती है. चाहे इंसान हो या कोई चीज, हर किसी का एक नाम होता है और इसी नाम से उसे आगे पहचाना जाता है. अगर कोई किसी जगह पर जाता है तो उसके बारे में भी नाम के जरिये ही बताया जाता है. भारत में हर छोटी सी जगह का एक नाम है. चाहे वो कोई गांव हो या क़स्बा. अगर कोई कहीं जाता है तो वो उसी नाम की जरिये जगह की जानकारी बाकी लोगों को देता है. अगर आप ट्रेन से ट्रेवल कर रहे होते हैं, तो अपनी मंजिल तक पहुंचने से पहले वो कई दूसरे डेस्टिनेशन को क्रॉस करते हैं. रेलवे स्टेशन के नाम से वो उस जगह के बारे में दूसरों को बताते हैं.
भारत में जिस भी स्टेशन से आप जाएंगे, तो पाएंगे कि उसका कोई एक नाम है. लेकिन अगर हम आपसे ये कहें कि भारत में एक ऐसा स्टेशन है, जिसका कोई नाम नहीं है तो? शायद आपको लगेगा कि हम मजाक कर रहे हैं लेकिन आपको बता दें कि भारत के वेस्ट बंगाल में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जिसका कोई नाम नहीं है. भारत जहां वर्ल्ड में रेलवे नेटवर्क के मामले में चौथे नंबर पर है, वहां एक ऐसा स्टेशन है जिसका कोई नाम नहीं है.