चीन में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस से भारत में डरने की कोई बात नहीं है। यह कहना है एक्सपर्ट का। द इंडियन सार्स-सीओवी-2 जिनेमिक्स कंसॉर्शियम (INSACOG) के प्रमुख डॉक्टर एन के अरोड़ा ने बताया कि भारत में अभी ओमिक्रोन का सब वैरिएंट XBB के मामले ज्यादा हैं। इससे मरीज गंभीर संक्रमण का शिकार नहीं हो रहा।
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के सब वैरिएंट XBB का नाम भले ही अब सुनने को मिल रहा है लेकिन यह ओमिक्रोन वैरिएंट का ही सब वैरिएंट है जो पिछले ढाई से तीन महीने पहले से फैल रहा है। कुछ सोशल मीडिया साइट्स पर इस वैरिएंट को ‘महाभयानक’ के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है। भारत में सबसे खतरनाक दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वैरिएंट से भी 5 गुना ज्यादा घातक बताया जा रहा है। लेकिन एक्सपर्ट जो असलियत बता रहे हैं, वह राहत देने वाला है। ‘द इंडियन सार्स-सीओवी-2 जिनेमिक्स कंसॉर्शियम’ (INSACOG) के प्रमुख डॉक्टर एन के अरोड़ा ने कहा कि देशभर में यह स्ट्रेन है और जो भी कोविड के मरीज मिल रहे हैं, उनमें से 40 से 50 प्रतिशत में XBB का ही संक्रमण मिल रहा है।
डॉ. अरोड़ा ने कहा कि इसके संक्रमण में कोई अलग से इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। मरीज न तो गंभीर संक्रमण का शिकार हो रहा है, न अस्पताल में भर्ती हो रहा है और न ही इससे मौतें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस वैरिएंट से घबराने वाली कोई बात नहीं है। वहीं, इनसाकॉग की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार XXB के अलावा इसमें एक एडमिशन म्यूटेशन देखा गया है। इस सब वैरिएंट की सबसे पहले सिंगापुर और अमेरिका में पहचान की गई थी। सिंगापुर में भी इसके संक्रमण की वजह न तो मरीजों में सीवियरिटी बढ़ी और न ही अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ। देश में भी यह माइल्ड असर कर रहा है। ओमिक्रोन को बाकी सब लीनेज की तरह इसमें भी सीवियरिटी नहीं मिली है। हालांकि इनसाकॉग नजदीक से इस पर नजर रखे हुए है। इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। कम्यूनिटी को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली में दो सेंटरों आईएलबीएस हॉस्पिटल और एलएनजेपी में जिनोम जांच हो रही है। आईएलबीएस के सूत्रों का कहना है कि नवंबर में अंतिम बार जिनोम की गई थी। उसके बाद मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है। उस समय दिल्ली में अधिकांश XBB का ही संक्रमण मिला था। वहीं, एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि अब तक दिल्ली में BF.7 नहीं मिला है। अभी ज्यादातर XBB का ही संक्रमण मिल रहा है। उन्होंने भी कहा कि इसका असर आम संक्रमण की तरह ही दिख रहा है।
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की कम्यूनिटी मेडसिन की प्रोफेसर डॉ. नंदिनी शर्मा ने कहा कि हमारे यहां XXB वैरिएंट का असर बहुत ज्यादा नहीं दिखा है। इसे लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। जहां तक BF.7 की बात है, तो इस पर नजर रखनी चाहिए। इनसाकॉग ने जीनोम जांच बढ़ा दी है, लेकिन जितने मामले अब तक देश में दिखे हैं, उनमें भी यह वायरस बाकी ओमिक्रोन के सब वैरिएंट की तरह ही बिहेव कर रहा है।
XBB वैरिएंट को लेकर ‘वॉट्सऐप ज्ञान’ पर न करें यकीन
चीन में बीएफ.7 वैरिएंट के कारण हो रहे कोविड विस्फोट के बीच अब वॉट्सऐप पर फर्जी मैसेज भी चल रहे हैं। ऐसे ही एक मेसेज को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने फर्जी और गुमराह करने वाला बताया है। दरअसल, कुछ वॉट्सऐप ग्रुप पर ओमिक्रोन के एक नए वैरिएंट XBB को लेकर कुछ जानकारी दी जा रही है। इस मेसेज में दावा किया जा रहा है कि कोविड-ओमिक्रोन XBB वैरिएंट डेल्टा से पांच गुना ज्यादा खतरनाक और जानलेवा है। साथ ही इसके लक्षण भी कोविड के दूसरे सब वैरिएंट से अलग हैं।
इस वॉट्सऐप मैसेज में यह भी दावा किया गया है कि इस वैरिएंट के लक्षणों में बुखार और खांसी नहीं है और ये लक्षण न के बराबर होते हैं। वहीं जोड़ो का दर्द, सिर दर्द, गर्दन दर्द, ऊपरी पीठ दर्द और निमोनिया जैसे लक्षण नजर आते हैं। यह वैरिएंट सीधे फेफड़ों पर असर करता है। इसी तरह से कई दावे किए गए हैं। इस मेसेज के सर्कुलेट होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर मेसेज को फर्जी और गुमराह करने वाला बताया और लोगों से अपील की गई है कि इस तरह के मेसेज के बहकावे में न आएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से समय-समय पर लोगों को कोविड से जुड़ी जानकारियां दी जाती हैं और आधिकारिक जानकारियों पर ही विश्वास किया जाए।
चीन वाला BF.7 वैरिएंट दिल्ली में नहीं, रोकने को सरकार तैयार: केजरीवाल
कोरोना को लेकर देशभर में फिर से पैदा हुए चिंताजनक माहौल के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक राहत भरी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि चीन में कोरोना का जो वैरिएंट आया है, उसका दिल्ली में एक भी केस नहीं है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि दिल्ली सरकार किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बाद पैदा हुई चिंताजनक स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक रिव्यू मीटिंग की। मीटिंग के बाद केजरीवाल ने कहा कि चीन वाले बीएफ .7 वैरिएंट का अब तक एक भी केस नहीं मिला है। दिल्ली में न तो मरीजों की टेस्टिंग में यह वारयस मिला है और न ही सात अलग-अलग जगहों से रोज सीवेज के जो सैंपल टेस्टिंग के लिए उठाए जाते हैं, उनमें यह वायरस मिला है। दिल्ली में अभी जो थोड़े बहुत केस आ रहे हैं, वे एक्सबीबी या उसके सब-वैरिएंट से जुड़े केस आ रहे हैं। दिल्ली में 92 पर्सेंट केस इसी वैरिएंट के मिल रहे हैं। घबराने की जरूरत नहीं है।
केजरीवाल ने बताया कि अभी जितने भी केसे आ रहे हैं, उन सबकी जीनोम सीक्वेंसी करा रहे हैं, ताकि अगर कोई नया वैरियंट आ रहा हो, तो तुरंत उसका पता लगाया जा सके। पाबंदियों पर सीएम का कहना था कि इस बारे में हम केंद्र सरकार के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। केंद्र सरकार जैसे निर्देश देगी, उसी आधार पर हम आगे जरूरी कदम उठाएंगे।