बालक के कटे हुए अंग मिले, नहीं मिला धड़, खौफनाक वारदात की गुत्थी सुलझाने में उलझी पुलिस
आगरा में कस्बा फतेहाबाद के गांव कसियाई से शुक्रवार को लापता हुए 12 वर्षीय धीरज की हत्या कर दी गई है। सोमवार की शाम को बालक का कटा सिर घर से 300 मीटर की दूरी पर बाजरे के खेत में पड़ा मिला। उसके पास ही हाथ और पैर की हड्डियां भी पड़ी थीं। बेटे की हत्या से परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी पर एसपीआरए पूर्वी सोमेंद्र मीणा, सीओ सौरभ सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। परिजन रंजिश में हत्या की आशंका जता रहे हैं। कसियाई गांव निवासी किसान गयादीन का 12 वर्षीय बेटा धीरज शुक्रवार की सुबह तकरीबन 11 बजे घर से खेतों की तरफ खेलने जाने की कहकर निकला था। देर शाम तक नहीं लौटने पर खोजबीन की गई। पता नहीं चलने पर शनिवार को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। रविवार को अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस बालक की तलाश में जुटी थी। खेतों में भी देखा गया। मगर, वो नहीं मिल सका।
सोमवार शाम तकरीबन सात बजे गांव के किशोर गयादीन के घर के पास बाजरे के खेत में घूम रहे थे। तभी उन्हें धीरज का टिफिन मिला। बाद में कटा सिर पड़ा दिखा। वहीं कुछ ही दूरी पर कटे पैर और हाथ की हड्डियां पड़ी थीं। उसकी चप्पल भी पड़ी थीं। घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए। परिजन भी आ गए। यह देखकर कोहराम मच गया।
सूचना पर एसपी आरए सोमेंद्र मीणा, सीओ फतेहाबाद सौरभ सिंह, प्रभारी थानाध्यक्ष आरएन सिंह अन्य थानों की फोर्स के साथ पहुंचे। सीओ ने बताया कि बालक का कटा सिर, हाथ और पैर की हड्डियां मिली हैं। जानवरों के मांस नोंचने की आशंका है। धड़ नहीं मिला है। उसकी तलाश की जा रही है। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। परिजन रंजिश में हत्या की बात कह रहे हैं। आशंका है कि हत्या कहीं और की गई है। इसके बाद यहां फेंके गए हैं।
हत्या में 30 साल पुरानी रंजिश की आशंकागांव कसियाई में लापता हुए 12 वर्षीय बालक धीरज की हत्या 30 साल पुरानी रंजिश में होने की आशंका ग्रामीण जता रहे हैं। हालांकि अभी परिजन और पुलिस कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। सीओ फतेहाबाद सौरभ सिंह ने बताया कि पुलिस हत्या की वजह तलाशने के लिए रंजिश समेत अन्य बिंदुओं पर काम कर रही है। 56 बीघा जमीन का विवाद बालक की हत्या के बाद मौके पर गांव वालों की भीड़ जुट गई थी। परिवार से जुड़े लोगों का कहना था कि धीरज के परदादा (पिता गयादीन के बाबा) रेवती प्रसाद ने गांव में 56 बीघा जमीन के लिए दो पक्षों में हुए विवाद के बाद एक पक्ष में गवाही दी थी। हत्या के पीछे लोग इस रंजिश की आशंका जता रहे हैं। हालांकि इस मामले में प्रभारी थानाध्यक्ष आरएन सिंह ने बताया की जमीनी रंजिश का मामला प्रकाश में नहीं आया है। बालक के शव के पूरे हिस्से भी नहीं मिले हैं। उनकी तलाश की जा रही है। देर रात तक डॉग स्क्वायड और पुलिस की टीमें आसपास के बाजरा और चारे के खेतों में खोजबीन कर रही थीं।
पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था धीरजगांव कसियाई में लापता बालक धीरज अपने पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था। सबसे बड़ा भाई धर्मेंद्र (15), उसके बाद धीरज (12) था। बीच में दो बहनें रेनू और रोशनी हैं। सबसे छोटा भाई छोटू पांच साल का है। धीरज की मौत से परिवार सदमे में है। पिता किसान हैं। वह खेती से ही परिवार का भरण-पोषण करते हैं। शुक्रवार को धीरज के लापता होने से मां समेत पूरा परिवार परेशान था।