
-सनस्क्रीन का इस्तेमाल इस मौसम में भी करना जरूरी है। अगर त्वचा ज्यादा चिपचिपी और नम है तो वॉटर बेस्ड सनस्क्रीन का उपयोग करें, खासकर घर से बाहर रहने के दौरान।
-बारिश में भीगने के बाद पूरी त्वचा को अच्छे पानी से जरूर धोएं। ठीक जैसे आप स्वीमिंग करने के बाद करते हैं। स्वीमिंग पूल में मौजूद क्लोरीन व अन्य रसायनों की तरह ही बारिश के पानी में भी कई ऐसी चीजें हो सकती हैं जो आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाएं।

-अपने वॉटर इंटेक यानी पानी पीने की आदत को गर्मियों की तरह ही बनाए रखने की कोशिश करें। अक्सर बारिश आने पर प्यास लगनी कम हो जाती है और गर्मी में भरपूर पानी पीने वाले हम लोग पानी कम पीना शुरू कर देते हैं। ते शरीर के अंदरूनी कार्य संचालन के लिए गलत साबित होता है। इससे शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलने की प्रक्रिया, शरीर को नमी मिलने की प्रक्रिया आदि बाधित हो सकती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। यह त्वचा को नम और चमकदार बनाये रखने में योगदान देगा।

-आपने गौर किया होगा कि बारिश में पैरों की एड़ियां नर्म और साफ होने लगती हैं। ऐसा मुख्यतः नमी के कारण ही होता है। इस स्थिति में पैरों को नियमित साफ़ रखकर और लोशन आदि लगाकर आप इन्हें सर्दियों में भी रूखा होने और एड़ियों को फटने से बचा सकते हैं।
-भले ही वातावरण में नमी हो, त्वचा को अतिरिक्त पोषण देने के लिए मॉइश्चराइजर का प्रयोग करना न भूलें। अगर त्वचा ज्यादा चिपचिपी है तो ऑइल फ्री लोशन का उपयोग करें।
नियमित रूप से स्क्रबिंग के द्वारा त्वचा की मृत कोशिकाओं यानी डेड सेल्स को निकालते रहें।
विटामिन सी केवल इम्युनिटी के लिए ही नही, त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी जरूरी होता है। इसके लिए आप भोजन में विटामिन सी युक्त पदार्थों का सेवन करने के साथ ही त्वचा पर विटामिन सी युक्त सीरम, क्रीम और लोशन का प्रयोग भी कर सकते हैं। यह दाग-धब्बे दूर करके चेहरे की चमक को बढ़ाता है।

अगर हो जाये समस्या तो क्या करें?
कई बार पूरी सावधानी रखने के बावजूद त्वचा पर संक्रमण या समस्याएं उभर आती हैं। बारिश के मौसम में यह आम है। ये समस्याएं स्थाई न बनें इसके लिए इनपर तुरन्त ध्यान दें और इन बातों का ध्यान रखें-
-अगर आपकी त्वचा तैलीय और अधिक सेंसेटिव है तो अपने लिए पहले ही विशेषज्ञ से सलाह लेकर लोशन, मॉइश्चराइजर, फेस वॉश आदि चुन लें, जो ख़ास बारिश में आपके काम आएं।
-अगर त्वचा पर कोई भी समस्या हो भी तो उसपर बार बार हाथ लगाने, खुजली करने, फुंसी या मुंहासे फोड़ने आदि से बचें। इससे संक्रमण और फ़ैल सकता है तथा गम्भीर हो सकता है।
-अपने हाथों और पूरी त्वचा को अच्छे से साफ़ रखें। अपने साथ हमेशा मेडिकेटेड टिशू रखें ताकि जरूरत पड़ने पर थपथपाकर पसीने या गन्दगी को पोंछा जा सके।
अगर त्वचा पर जलन, खुजली, रैशेज, फुंसी, आदि हो रही हो तो कोई भी कॉस्मेटिक लगाने से बचें। इसके लिए तुरन्त डॉक्टर से सलाह लें और सामान्य उपाय अपनाएं।
कुछ लोगों को इस मौसम में सिंथेटिक कपड़ों और मैटल की ज्वेलरी से ज्यादा दिक्कत हो सकती है। इनका उपयोग न करें।
कपड़े हमेशा ऐसे पहनें जिनसे हवा त्वचा तक पहुंच सके और पसीना सूख सके।
जब तक त्वचा पर समस्या हो तब तक साबुन, कैमिकल युक्त कोई भी पदार्थ आदि त्वचा पर लगाने से बचें।