परवाणू में लगभग ढाई करोड़ की लागत से बनी पुष्प मंडी की दुकानें एपीएमसी ने अपने कब्जे में ले ली है। ये दुकानें फूल व्यापारियों को दी गई थी लेकिन डेढ़ साल में व्यापारी नाम मात्र काम भी नहीं कर पाए। साथ ही व्यापारियों ने विभाग को 50 हजार एडवांस जमा करवाए। तीन महीने का किराया दिया उसके बाद कोई किराया नहीं दिया गया, जिसे विभाग जमा राशि एडजस्ट करके बाकी राशि लेगा।
एपीएमसी द्वारा बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद भी जब आढ़तियों ने किराया नहीं दिया तो प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई अमल में लाई गई। एपीएमसी सचिव रविंद्र शर्मा ने बताया कि व्यापारियों का लगभग 9 लाख का बकाया बाकी है जोकि चुकाया नहीं गया है। APMC द्वारा केवल 7 दुकानों का कब्ज़ा लिया गया। अन्य तीन व्यापारी किन्हीं कारणों से नहीं पहुंचे। जिसके लिए विभाग ने 21 मई तक खाली करने का समय दिया है।
बता दें कि वर्ल्ड बैंक द्वारा टर्मिनल मंडी के लिए दिए गए पैसे में पुष्प मंडी के लिए कोई प्रावधान नहीं था। व्यापारियों द्वारा भी फूल मंडी की जगह कोल्ड स्टोर का परामर्श दिया गया था। लेकिन सरकार द्वारा बिना किसी उचित मांग के मंडी का निर्माण कराया गया। एपीएमसी सचिव रविंद्र शर्मा ने बताया कि व्यापारियों का लगभग 9.50 लाख का बकाया बाकी है जोकि चुकाया नहीं गया है।