दिल्ली की सड़कों पर 40 वर्षीय सीता आपको ऑटो दौड़ाते हुए नज़र आ जाएंगी. वो कालका जी मेट्रो स्टेशन के बाहर ऑटो चलाती दिख जाएंगी. वह सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक ऑटो रिक्शा चलाती हैं. उनके अलावा कई और महिलाएं भी ऑटो से पैसे कमा रही हैं. इन सभी की इलेक्ट्रिक ऑटो काफी खास है. बाकी ऑटो से दिखने में भी अलग है और पर्यावरण के भी अनुकूल हैं.
बहरहाल, सीता की जिंदगी काफी उतार चढ़ाव भरी रही. उन्होंने काफी संघर्ष किया, लेकिन आज वो दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई हैं.
13 साल की उम्र में हो गई शादी
बता दें कि सीता एक गरीब परिवार से हैं. परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था, जिसकी वजह से वो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकीं. कक्षा नौ के बाद पढ़ाई छूट गई. महज 13 साल की उम्र में माता-पिता ने शादी करा दी.
बाद में सीता बच्चों के साथ दिल्ली आ गईं. यहां घरों में खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई करके बच्चों की परवरिश करने लगीं. हालांकि अब सीता को अपने सपनों की सवारी मिल गई है. सीता ऑटो चलाकर अपने बच्चों को कॉलेज में पढ़ा रही हैं.
GNT से बातचीत करते हुए सीता बताती हैं कि जब वह दिल्ली की सड़कों ऑटो दौड़ाती हैं तो कई बार लोग उन्हें हैरानी भरी निगाहों से देखते हैं. कभी कभार कुछ सवारी उनसे पूछ भी लेती हैं कि आखिर वो ये काम कैसे कर लेती हैं.
सीता बताती है कि उन्हें ऋतु नाम की एक महिला ने ऑटो रिक्शा चलाने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने ही सीता की रिक्शा चलाने की ट्रेनिंग भी करवाई. अब सीता भी परेशान हाल में जीवन गुजार रही महिलाओं को ऑटो चलाने की जानकारी देती हैं. जिनसे पैसे कमाकर वो अपने परिवार का पेट भर सकें.