स्वास्थ्य इंसान की सबसे बड़ी पूंजी मानी जाती है. आप स्वस्थ रहेंगे तभी अपने जीवन का सही से आनंद ले पाएंगे. लेकिन लोग यहां धन दौलत के पीछे अपने स्वास्थ्य का सही से ध्यान रखना ही भूल जाते हैं. आज के आधुनिक दौर में स्वास्थ्य और दौलत एक साथ मिल जाना किसी भी शख्स के लिए बड़ी उपलब्धि है.
स्वास्थ्य पर ध्यान दिया और बदल गई ज़िंदगी
इंग्लैंड की ये लेडी भी अपने जीवन में इस तरह की उपलब्धि प्राप्त कर चुकी हैं. मेहनत और सफलता की ये अनोखी कहानी स्वास्थ्य को ही सबसे बड़ी पूंजी मानने वाली 46 वर्षीय सैम व्हाइट की है. आज भले ही सैम करोड़ों की मालकिन हैं लेकिन एक समय था जब उन्होंने अपनी आजीविका के लिए कार सफाई से लेकर मोटर इंश्योरेंस कंपनी तक में जॉब की थी.
बढ़ती उम्र में खुद को स्टैंड करने के लिए लगभग हर युवा एक नौकरी चाहता है. सैम को भी इसी तरह नौकरी करनी पड़ी लेकिन सैम को कभी से किसी तरह के बंधन में बंधकर रहना पसंद नहीं था. वह जॉब करते हुए किसी के ऑर्डर मानने से ज्यादा अपनी मेहनत के दम पर कुछ करना चाहती थी.
आज हैं करोड़ों की मालकिन
उन्होंने अपनी इस सोच को आधार मानते हुए मेहनत की और आज वो सफलता की उस ऊंचाई पर हैं जहां तक पहुंचना लाखों लोगों के लिए एक सपना होता है. सैम हर दिन के महज 20 मिनट अपनी सेहत पर खर्च करती हैं. इस उनका स्वास्थ्य इतना सही रहता है कि वह अपने काम पर पूरा फोकस कर पाती हैं. अपने स्वास्थ्य को महत्व देते हुए ही आज सैम एक कार इंश्योरेंस कंपनी की मालकिन बन गई हैं. उनकी ये कंपनी आज 20 मिलियन पाउंड यानी 20 करोड़ से भी ज्यादा का बिज़नेस बन चुकी है.
बुरे दौर में गुजरा बचपन
बुरी परिस्थितियों में अपना बचपन बिताने वाली सैम को 14 साल की छोटी सी उम्र में ही अपनी आजीविका के लिए नौकरी खोजनी पड़ी. बचपन में हर तरह के अभाव को झेल चुकी सैम इन बुरी परिस्थितियों के सामने हारी नहीं बल्कि उन्होंने फैसला कर लिया कि वह अपनी मेहनत के दमपर एकदिन अपनी किस्मत बदलेंगी. आजाद ख्यालों वाली सैम को कभी भी किसी के ऑर्डर मान कर काम करना पसंद नहीं था. उन्होंने धीरे धीरे बढ़ना शुरू किया और अपनी मेहनत और जज्बे के दमपर करोड़ों का बिज़नेस साम्राज्य खड़ा कर दिखाया.
शुरू किया खुद का बिजनेस
मात्र 24 साल की उम्र में सैम ने अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का मन बना लिया और अपनी बहन के साथ मिलकर अपने सपने पूरे करने निकल पड़ी. उन्होंने घर से ही Motor claims management company नामक अपना पहला बिजनेस शुरू किया. उन्होंने टारगेट सेट किया कि वह अपनी कंपनी को ऑस्ट्रेलिया की उस इंश्योरेंस कंपनी की तरह विकसित करेंगी जो पूरी तरह महिलाओं के लिए डिज़ाइन की गई है.
गलत खान पान बना काल
सैम के करियर में सबसे बड़ी चुनौती बनी उनके खान-पान की गलत आदत उन्हें बाजार के अनहेल्दी जंक फूड की ऐसी लत लग गई थी कि बिना ये खाए उन्हें चैन ही नहीं आता था. लेकिन इस जंक फूड ने सैम के लिए जहर का काम किया, उन्हें पैनिक अटैक्स आने लगे. इसके साथ ही वह अपने दिमाग पर बढ़ रहे प्रेशर को कम करने के लिए गलत आदतों का सहारा लेने लगीं.
लिया व्यायाम का सहारा
हालांकि सैम को जल्द ही समझ आगया कि इस तरह से उनका आगे बढ़ पाना संभव नहीं. यही वजह रही कि उन्होंने धीरे धीरे व्यायाम का सहारा लिया. व्यायाम से वह अपने स्वास्थ्य में सुधार लाईं और बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही उनका फोकस बिजनेस पर बढ़ गया. इस फोकस से उन्हें बिजनेस में सफलता मिलने लगी और उनका गिर चुका कॉन्फिडेंस अब फिर से मजबूत होने लगा.
उन्होंने व्यायाम के साथ साथ ट्रेवलिंग का भी सहारा लिया. इससे उनके जीवन में काफी बदलाव आए. अब वह शारीरिक, मानसिक दोनों तरह से पहले के मुकाबले काफी ज्यादा हेल्दी और एनर्जेटिक महसूस करने लगीं. इस तरह कभी कार साफ कर अपना जीवन चलाने वाली सैम कार इंश्योरेस कंपनी की मालकिन बनीं और अपनी करोड़ों की इस कंपनी के माध्यम से सैकड़ों लोगों को रोजगार दिया.