भारत के इन सुपर चोरों की कहानी, जिन्होंने ताजमहल तक बेच दिया

जब कभी बात होती है धोखाधड़ी की या फिर ठगी की, तो चार्ल्स शोभराज से लेकर नटवर लाल का नाम आज भी शीर्ष पर लिया जाता है। किसी ने ताजमहल को बेच दिया, तो किसी ने आराम से बैंक लूटा और बड़े ही स्वैग से पुलिस को फोन करके अपनी दास्तान-ए-चोरी सुनाई।

इसी कड़ी में, हम आज बात करते हैं भारत के महाठगों और चकमा देने में माहिर लोगों की, जिन्होंने अपने लूटने के अंदाज से सबको हैरान कर दिया-

1.अब्दुल करीम तेलगी

भारतीय इतिहास में जब बड़ी धांधलियों का नाम लिया जाएगा, तो इसमें तेलगी नाम जरूर शामिल किया जाएगा। इस व्यक्ति ने करीब 10 अरब का स्कैम किया था। 

दरअसल, तेलगी ने नकली स्टैम्प पेपर्स छापने शुरू किये और फिर उन्हें बेचने के लिए 300 लोगों को हायर किया। अब इन लोगों ने ये जाली स्टैम्प पेपर्स सरकारी अधिकारियों, बैंकर्स, बीमा कंपनीज आदि में बेच दिया।

तेलगी का नाम और काम जब सामने आया, तब उसने कथित तौर पर शरद पवार, छगन भुजबल आदि का नाम भी लिया था। दिलचस्प बात है कि तेलगी ने पुलिस वालों को इतनी रिश्वत खिलाई कि 9 हजार का मासिक वेतन पाने वाले पुलिस कर्मी ने 100 करोड़ से भी ज्यादा रुपये कमा लिए थे।

2. नटवरलाल

नटवरलाल ने ठगी के मामले में एक नया आयाम ही गढ़ दिया था। ये व्यक्ति इतना चालाक था कि इसने रिपोर्ट्स के मुताबिक ताजमहल, लाल किला और यहाँ तक राष्ट्रपति भवन और संसद को भी बेच डाला था।

नटवर लाल हमेशा जितने नाटकीय ढंग से अपराध करता था, उससे भी अधिक नाटकीय ढंग से गिरफ्त में आता और उससे भी ज्यादा नाटकीय तरीके से फरार हो जाता था।

हमेशा पुलिस को चकमा देकर भाग जाने वाले नटवरलाल की मौत बारे में अलग-अलग बात कही जाती है। जिसमें से ज्यादातर यही कह जाता है कि आखिरी बार वह 84 की उम्र में पुलिस के शिकंजे में आया और 24 जून 1996 को कानपुर जेल से एम्स अस्पताल ले जाते समय वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पुलिस टीम को चकमा देकर वह रफूचक्कर हो गया और इसके बाद उसका पता नहीं चला।

वहीं ये भी कहते हैं 1996 में उसकी मौत हो गई थी।

3. बंटी चोर

दिल्ली में पैदा हुए देवेंद्र सिंह उर्फ बंटी चोर ने 1993 से लूट और लोगों के घरों से चोरी करना शुरू किया। कहा जाता है कि बंटी ने बैंगलोर, दिल्ली, चेन्नई और मुंबई समेत कई जगहों पर करीब 500 चोरियों को अंजाम दिया।

बंटी को अमीरों की तरह जिंदगी जीने का शौक था और वह मशहूर था अपने अपराध का जाल बिछाने के लिए। वह कई बार पुलिस के शिकंजे में आया, लेकिन हर बार अलग-अलग तरीकों से भागने में कामयाब हो गया। महंगी गाड़ी, महंगी घड़ियां और कार्स का शौक़ीन बंटी बिग बॉस का कंटेस्टेंट भी रह चुका है और इसके ऊपर बॉलीवुड में एक फिल्म भी बनाई जा चुकी है।

4. वीरा स्वामी

वीरा स्वामी ने पॉपुलर ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को ही ठग लिया था। जब तक फ्लिपकार्ट को इस स्कैम की भनक लगी, तब तक वह उसे 20 लाख का चुना लगा चुका था। 

दरअसल, स्वामी बड़ी ही चालाकी से काम करता था। वह फ्लिपकार्ट से अलग-अलग नामों से आइटम्स बुक करता था और फिर कुछ समय बाद उसे रिटर्न करता था। लेकिन, जो सामान वह फ्लिपकार्ट को वापस करता था वह फेक होता था और स्वामी उसी सीरियल नंबर का प्रयोग करके अपने इस काम को अंजाम देता था। 

इसके लिए उसने कई सारी फेक आइडेंटिटी कार्ड्स और बैंक एकाउंट्स भी बनाए थे।

5. लाभ सिंह

लाभ सिंह और उसकी गैंग ने पंजाब नेशनल बैंक से करीब 6 करोड़ रुपये जीत लिए थे और पुलिस लूट की खबर के बावजूद उसे पकड़ने में नाकामयाब हो गई।

दरअसल, चोरी के दौरान लाभ सिंह ने पुलिस को फोन किया और शहर में किसी और जगह चोरी होने की खबर दी। इस दौरान पुलिस आनन-फानन में जानकारी लगते ही गलत जगह पहुंची और इतने में सिंह ने बड़े आराम और आसानी से करोड़ों रुपये अंदर कर लिए।

6. सार्थक बाबरस 

कहा जाता है कि एक दशक तक सार्थक बाबरस ने एक आलीशान जिंदगी जी और वो भी एक भी पैसा खर्च किये बिना। 

वह होटल कर्मचारियों को बेवकूफ बनाकर आराम से होटल्स में फ्री में रहता था। इसके लिए वह सबसे पहले कर्मचारियों को बेफकूफ बनाने के लिए उच्च पद पर कार्यरत किसी अधिकारी के रिश्तेदार के नाम से फ़ोन कॉल करता था। इसके बाद वह अधिकारी के नाम से बुकिंग करता था और खुद के शहर में न होने का बहाना देकर चेक इन के बाद पैसे देने की बात कहता था। 

को होटल के कर्मचारियों को बेफकूफ बनाने के लिए सिर्फ एक फ़ोन कॉल और एक चोरी के पेन कार्ड की ज़रुरत होती थी। वहीं होटल में पहचान के लिए वह फेक पैन कार्ड के जरिए एंट्री करता था और आराम फरमा के चलता निकलता था।

बुक अधिकारी के नाम पर होटल सारा खर्चा उस चढ़ा दिया जाता था।

7. केतन पारेख

भारतीय इतिहास में हुए बड़े घोटालों में से एक है केतन द्वारा किया गया घोटाला। उसने भारतीय स्टॉक मार्केट में अकेले ही अचानक भारी गिरावट लाने का काम किया। 

पारेख ने उस समय ग्लोबल ट्रस्ट बैंक और माधवपुरा मर्चेंटाइल को-ऑपरेटिव बैंक से पैसा लिया और के-10 स्टॉक्स के नाम से स्टॉक को मार्केट में हेरफेर किया। कई नियमों को तोड़ते हुए कई फर्जी कंपनियों के शेयरों के भाव बढ़ा दिये थे। जिससे देश के लाखों निवेशकों को करोड़ों रुपए का चूना लगा। केतन पारिख पर 2017 तक शेयर मार्केट में ट्रेड करने पर बैन है, तब तक वह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नही कर सकता

मार्च, 2001 में आठ लोगों की आत्महत्या के मामले सामने आए जिसके बाद सीबीआई ने केतन पारेख को गिरफ्तार किया।

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8. मोहन सिंह

साल 1987 में, मोहन ने अखबार में एक विज्ञापन डाला। इस विज्ञापन में उसने ताज में ग्रेजुएट्स से इंटेलिजेंस ऑफिसर्स और सिक्योरिटी ऑफिसर्स की पोस्ट के लिए इंटरव्यू लेना था। इस दौरान मोहन ने 26 उम्मीदवारों वारों को चुना और उन्हें फेक आईडी कार्ड दिया।

इसके बाद उसने इन 26 कैंडिडेट्स के साथ मिलकर त्रिभुवनदास भीमजी झावेरी नाम की मुंबई की मशहूर ज्वेलरी शॉप में रेड की। रेड के दौरान उसने दुकान का शटर उठाया और स्टाफ और कस्टमर्स को इंतजार करने को कहा जब तक कि वह अपना रजिस्टर देख रहे थे।

इसके बाद उसने गहने बाहर निकाले और प्लास्टिक की सील्ड शीट्स में रख लिए और उन कैंडिडेट्स को वहीं उसका इंतजार करने को कहकर निकला और उसके बाद कभी वापस नहीं आया।  

9. चार्ल्स शोभराज

चार्ल्स शोभराज वियतनामी-भारतीय मूल का शख्स था जिसे एक साइकोपैथ सीरियल किलर माना जाता है। कहा जाता है कि उसने महज अपने शौक के लिए 12 विदेशी लोगों का कत्ल किया। वह धोखा देने की कला में बहुत माहिर था।

वह विदेशियों को अपने जाल में फंसाता था और उनका मर्डर कर देता था। उसने मीडिया का ख्याल तब अपनी ओर खीचा जब उसके पास 10 चुराए हुए पासपोर्ट और जेल में ही शादी करने की खबर चर्चा में आई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक उसे हमेशा आकर्षण के केंद्र में रहना पसंद था। भारत की तिहाड़ जेल को भी वह तोड़कर भागने में कामयाब रहा है। बिकिनी किलर के नाम से मशहूर शोभराज के ऊपर कई फिल्में भी बनी हैं।