107 दिन से खड़ी ट्रॉली दोबारा से शुरू कर दी गई।पर्यटन विभाग ने ट्रॉली शुरू करने के लिए अनुमति दे दी है।*
पर्यटन विभाग ने ट्रॉली शुरू करने के लिए अनुमति दे दी है। पहले दिन शाम को कई पर्यटकों ने इसमें आवाजाही की। बताया जा रहा है कि तकनीकी कमेटी ने रिसॉर्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव दी है।
टिंबर ट्रेल रिसॉर्ट में 107 दिन से खड़ी ट्रॉली शुक्रवार शाम 4:00 बजे दोबारा से शुरू कर दी गई। पर्यटन विभाग ने ट्रॉली शुरू करने के लिए अनुमति दे दी है। पहले दिन शाम को कई पर्यटकों ने इसमें आवाजाही की। बताया जा रहा है कि तकनीकी कमेटी ने रिसॉर्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव दी है। इसके बाद दोबारा ट्रॉली शुरू करने की अनुमति दी गई है। बीते 20 जून को बनासर स्थित मोक्षा रिसॉर्ट से परवाणू टीटीआर के लिए आ रही ट्रॉली तकनीकी खराबी के चलते अचानक जमीन से 150 फीट की ऊंचाई पर लटक गई थी। यह ट्रॉली टीटीआर रिसॉर्ट से करीब 100 मीटर पहले फंस गई थी। इसमें दिल्ली के पांच परिवारों के 10 पर्यटकों सहित 11 लोगों की सांसें छह घंटे तक हवा में अटकी रही थीं।। पांचों परिवार आपस में रिश्तेदार हैं। इसमें गर्भवती महिला, दिल और मधुमेह के मरीज भी थे।
इन्होंने ट्रॉली से वीडियो बनाकर अपने परिजनों को भेजे थे। इसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया था। पर्यटकों को बारी-बारी रस्सी से बांधकर नीचे उतारा गया। घटना की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने पीड़ितों को ढांढस बंधाया था और घटना की जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट आने तक ट्रॉली बंद रखने के निर्देश दिए थे। इसके बाद एडीसी सोलन की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन हुआ। कमेटी ने 15 दिनों में रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी थी। इसके बाद अब दोबारा ट्रॉली चलाने की अनुमति दी गई है। उधर, टीटीआर रिसॉर्ट के ट्रॉली इंचार्ज और टेक्निकल इंजीनियर सुमित सूद ने बताया कि उन्हें पर्यटन विभाग ने ट्रॉली शुरू करने को मंजूरी मिल गई है। इसके बाद शुक्रवार शाम 4:00 बजे ट्रॉली शुरू कर दी गई। इसमें सबसे पहले नारियल तोड़कर पूजा-अर्चना की गई।