जांच में फंसा मरीजों की मौत का सच, पीजीआई मौन*
गौरतलब है कि उस दौरान मौत की बात सामने आने पर ड्रग इंस्पेक्टर ने पीजीआई से निक्सी और नियॉन कंपनी के एक-एक दवा के नमूने जांच के लिए लिए थे। जांच में दोनों नमूने फेल पाए गए। स्थिति इसलिए भी बेहद गंभीर है क्योंकि निक्सी लैब का तो पीजीआई के साथ दवाओं की आपूर्ति के लिए अनुबंध भी है। ऐसे में जांच रिपोर्ट का खुलासा होना और भी जरूरी हो जाता है।
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स्वास्थ्य विभाग को भी रिपोर्ट का इंतजार
वहीं दूसरी तरफ मामले में यूटी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को भी रिपोर्ट का ही इंतजार है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट जाने बिना मामले में अगली कार्रवाई नहीं की जा सकती क्योंकि जब तक दवाओं के दुष्प्रभाव से मौत की पुष्टि नहीं होती तब तक कोई भी कार्रवाई के दायरे में नहीं आ सकता।