दिल्ली में गाड़ियों की पार्किंग का आ रहा मास्टर प्लान, ‘सस्ती-महंगी’ का पूरा हिसाब समझिए

मास्टर प्लान 2041 लागू होने के साथ ही दिल्लीवालों की जेब पर भार बढ़ेगा। पार्किंग के लिए उन्हें ज्यादा फीस देनी पड़ सकती हैं। मास्टर प्लान 2041 में पार्किंग के लिए तीन तरह की व्यवस्था बनाई गई है जिसके हिसाब से चार्ज लिए जाएंगे। हाई डिमांड पार्किंग के लिए ज्यादा पैसे देने होंगे।

नई दिल्ली:मास्टर प्लान 2041 लागू होने के बाद सड़कों के किनारे बनी पार्किंगों में गाड़ियां खड़ी करना लोगों की जेब पर भारी पड़ सकता है। मास्टर प्लान में ऐसी पार्किंगों में तीन तरह से चार्ज वसूलने के नियम बनाए गए हैं। पहला जिस ऑन-स्ट्रीट पार्किंग की डिमांड कम होगी, उसमें सामान्य पार्किंग चार्ज ही लागू होगा। दूसरा जहां डिमांड अधिक होगी, वहां सामान्य पार्किंग की तुलना में पार्किंग फीस अधिक होगी। तीसरा पीक आवर के दौरान डायनेमिक पार्किंग चार्ज लगाने को कहा गया है। यानी पीक आवर के दौरान जिस पार्किंग में डिमांड ज्यादा होगी, वहां उसी के अनुपात में पार्किंग चार्ज ज्यादा होगा। यह भी संभव है कि पार्किंग चार्ज का रेट प्रति घंटे कई गुना बढ़ जाए। डायनेमिक पार्किंग चार्ज दरें एमसीडी अपने हिसाब से बाद में तय कर सकती है। बता दें कि शहरी विकास मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद दिल्ली में मास्टर प्लान 2041 लागू हो जाएगा।

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दिल्ली में पार्किंग की समस्या काफी ज्यादा है

ऑन और ऑफ-स्ट्रीट पार्किंग के लिए भी नियम

मास्टर प्लान 2041 में ऑन और ऑफ-स्ट्रीट पार्किंग बनाने के लिए भी नियम तय किए गए हैं। नियम के मुताबिक, दिल्ली में जहां भी मल्टीलेवल पार्किंग है, उसके 500 मीटर के दायरे में न तो ऑन और न ही ऑफ स्ट्रीट पार्किंग बनाई जा सकती है। इसका मकसद है कि ऐसे इलाकों में लोगों के पास पार्किंग का विकल्प सिर्फ मल्टीलेवल पार्किंग ही रहे। साथ ही ऑन या ऑफ-स्ट्रीट पार्किंग सिर्फ उन इलाकों में ही बनाई जाएं, जहां लोगो की आवाजाही अधिक है। रोड के पास बनी पार्किंग को ऑन स्ट्रीट पार्किंग और उससे करीब 100 मीटर दूर बनी पार्किंग को ऑफ स्ट्रीट पार्किंग कहा जाता है।