सराज से निकलेगा मुख्यमंत्री की दूसरी बड़ी सियासी पारी का रास्ता, मैदान में छह प्रत्याशी

सराज विस क्षेत्र से छह प्रत्याशी मैदान में हैं। जयराम ठाकुर की जीत का रथ रोकने के लिए कांग्रेस से वीरभद्र खेमे के अहम योद्धा चेतराम ठाकुर चुनावी रण में हैं।

हॉट सीट सराज
हॉट सीट सराज

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी से पहले मुख्यमंत्री बनने में कामयाब रहे जयराम ठाकुर की दूसरी बड़ी सियासी पारी का रास्ता सराज से होकर भी निकलेगा। सरकार रिपीट कर हिमाचल में रिवाज बदलने की चुनौती के साथ सराज से लगातार पांच चुनाव जीतने के बाद वह छठी बार मैदान में हैं। लेकिन, इस बार उनके साथ-साथ सीएम के चेहरे की अग्निपरीक्षा भी है। बड़े मार्जन से जीतकर प्रदेश में जयराम उदाहरण पेश करेंगे या जीत के सिक्सर के साथ धाक जमाने के चक्कर में वह क्लीन बोल्ड होंगे, इस पर सबकी निगाहें रहेंगी। सराज विस क्षेत्र से छह प्रत्याशी मैदान में हैं।

जयराम ठाकुर की जीत का रथ रोकने के लिए कांग्रेस से वीरभद्र खेमे के अहम योद्धा चेतराम ठाकुर चुनावी रण में हैं। दोनों ठाकुरों की यह तीसरी चुनावी जंग है। 2003 और 2017 में चेतराम मुकाबला हार चुके हैं। आम आदमी पार्टी, बसपा, सीपीआईएम और आजाद चारों प्रत्याशी पहली बार भाग्य आजमा रहे हैं। यहां सीधा भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला रहेगा। तीसरा मोरचा यहां अभी तक कभी भी सफल नहीं हुआ है। गिने-चुने वोटों के साथ ही इन दलों को संतोष करना पड़ता है। फिलहाल जयराम सीएम के चेहरे वाले भावनात्मक कार्ड के साथ विकास का राग लेकर डटे हैं तो चेतराम दिवंगत वीरभद्र का सहानुभूति कार्ड और सरकार की नाकामियों को लेकर जनता के पास पहुंच रहे हैं।

कुल वोटर          83,957

पुरुष               43,216

महिला            40,741

ये प्रत्याशी हैं मैदान में

भाजपा        जयराम ठाकुर

कांग्रेस         चेत राम

आप             गीतानंद ठाकुर

बसपा            इंद्रा देवी

सीपीआईएम  महेंद्र सिंह

आजाद           नरेंद्र कुमार

जातीय समीकरण फीसदी में 

राजपूत                     35

अनुसूचित जाति              26

ब्राह्मण                     20

अन्य                       19

कब-कब कौन जीता

वर्ष               विजेता       पार्टी

1993           मोती राम    कांग्रेस

1998          जयराम       भाजपा

2003            जयराम       भाजपा

2007           जयराम        भाजपा

2012           जयराम        भाजपा

2017           जयराम        भाजपा

चर्चित रहा है सराज

प्रदेश के पहले सीएम बनते-बनते रहे गए थे ठाकुर कर्म सिंह

हिमाचल की राजनीति में सराज (पहले चच्योट) विधानसभा क्षेत्र चर्चित है। प्रदेश के गठन के बाद ठाकुर कर्म सिंह प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए थे। वह हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय परिषद (टेरिटोरियल काउंसिल) के प्रथम अध्यक्ष थे। मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार कैबिनेट में वित्त मंत्री भी रहे। अंतिम बार 1972 में वह विधायक चुने गए। सराज और नाचन के विकास में उनका अहम रोल रहा।

 ठाकुर मोती राम रहे मंत्री

सराज से संबंधित ठाकुर मोती राम परिवहन व कृषि मंत्री के पद पर रहे। 1997 से 1982 और 1990 में जनता दल से जीत हासिल की। 1993 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा और चौथी बार विधायक बने। वहीं, कांग्रेस विधायक पंडित शिवलाल भी यहां का जाना माना चेहरा था। 1985 में विधायक बने और प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को बढ़ावा दिया।

मंडी जिला से मिला पहला मुख्यमंत्री
वीरभद्र और पंडित सुखराम के इर्द-गिर्द घूमने वाली मंडी जिला की राजनीति में सराज ने ही नया मोड़ लाया। 2017 में मंडी से पहला मुख्यमंत्री भी सराज ने जयराम ठाकुर के रूप में दिया। जयराम 2007 में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भी रहे और पार्टी की अंदरूनी खेमेबाजी के बीच इसी दौरान सरकार भी बनी। धूमल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। अब मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं।