प्रकृति ने अपनी गोद में अनगिनत कीमती नगीने छिपाकर रखे हैं. हम इंसान प्रकृति को कितना भी नुकसान पहुंचाएं, लेकिन प्रकृति अपने करिश्मों से हमें चौंकाती रहती है. इंसानों की गतिविधियों की वजह से असंख्य जीव पृथ्वी से विलुप्त हो चुके हैं. कुछ जीव अभी भी मौजूद हैं और वक्त-बेवक्त इंसानों की नज़र में या कैमरे में आ जाते हैं.
काली बाघिन और शावक एक साथ नज़र आए
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काला बाघ दुर्लभ जीवों में से एक है. जंगलों में ये कभी-कभी ही नज़र आता है. क्योंकि बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है तो हर भारतीय का एक तरह से भावनात्मक जुड़ाव भी है. अगर ये काला बाघ जंगल में अपने काले रंग के ही शावक के साथ दिख जाए तो प्रकृति प्रेमियों के लिए दोहरी खुशी की बात है.
IFS सुशांत नंदा ने एक काली बाघिन और उसके शावक का वीडियो शेयर किया है.
नाइट कैमरा से शूट किया गया वीडियो
IFS नंदा ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि काला बाघ देखना बेहद दुर्लभ है. नंदा ने ट्वीट के कैप्शन में लिखा, ‘मुझे यकिन है कि आपने काली बाघिन और उसके शावक का वीडियो एक साथ नहीं देखा होगा.’
IFS सुशांत नंदा ने Abundism के बारे में बताते हुए लिखा कि ये पिगमेंटेशन का ही एक प्रकार है. Abundism से ग्रसित बाघों की त्वचा पर बड़े स्ट्राइप्स होते हैं जिस वजह से वो बाघ Melanistic नज़र आता है. कुछ लोग इसे Pseudomelanism भी कहते हैं.
वीडियो कहां का है इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. वीडियो पर 22 हज़ार से ज़्यादा व्यूज़ और 1.1 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स आ चुके हैं.
लोगों की प्रतिक्रिया
पहले भी नज़र आ चुका है काला बाघ
अगस्त 2022 में IFS सुशांत नंदा ने ओडिशा के सिमलीपाल टाइगर रिज़र्व में नज़र आए काले बाघ की क्लिप शेयर की थी. ये बाघ एक पेड़ पर चढ़ने की कोशिश करता नज़र आया था. फरवरी 2022 में नंदनकानन ज़ूलॉजिकल पार्क में एक शौकिया फ़ोटोग्राफ़र ने एक साथ दो काले बाघों की तस्वीर खिंची थी. बता दें कि काले दुर्लभ बाघ शिमलीपाल नेशनल पार्क, ओड़िशा में 1993 में से नज़र आ रहे हैं. सबसे पहली बार 2007 में इनकी तस्वीर यहीं खिंची गईं.