World’s Largest Cruise Ship Global Dream II : ग्लोबल ड्रीम-2 दुनिया का सबसे बड़ा क्रूज शिप है। इस शिप में 9,000 यात्री यात्रा हो सकते हैं। यह 20-डेक वाला शिप है। इसमें एक आउटडोर वाटर पार्क और सिनेमा हॉल भी है। दरअसल यह शिप बनकर तो तैयार हो गया, लेकिन इसे कोई खरीदार मिला ही नहीं।
नई दिल्ली : क्रूज शिप की पार्टियों (Cruise Ship Parties) के बारे में तो आपने सुना ही होगा। पूल पार्टी, म्यूजिकल परफॉर्मेंस, हाई-फाई लोग, लग्जरी शौक… यह सब क्रूज पार्टीज की पहचान हैं। आज क्रूज पार्टीज की बात इसलिए निकली है, क्योंकि दुनिया का सबसे बड़ा क्रूज शिप (World’s Largest Cruise Ship) कबाड़ में बिकने जा रहा है। आप सोच रहे होंगे कि यह काफी पुराना शिप होगा और अब काम करना बंद कर दिया होगा। ऐसा नहीं है। यह बिल्कुल नया शिप है। यहां तक कि यह एक बार भी पानी में नहीं उतरा है। दरअसल, यह शिप बनकर तो तैयार हो गया, लेकिन इसे कोई खरीदार मिला ही नहीं। अब यह अपनी पहली यात्रा पर जाने से पहले ही कबाड़ में बिक जाएगा। इस शिप का नाम ग्लोबल ड्रीम II (Global Dream II) है।
9,000 यात्री कर सकते हैं सफर
ग्लोबल ड्रीम-2 दुनिया का सबसे बड़ा क्रूज शिप है। इस शिप में 9,000 यात्री यात्रा कर सकते हैं। यह 20-डेक वाला शिप है। इसमें एक आउटडोर वाटर पार्क और सिनेमा हॉल भी है। दरअसल, इस जहाज को बनाने वाली कंपनी दिवालिया हो गई है। जर्मन-हांगकांग की शिप बनाने वाली कंपनी MV Werften ने इस जहाज का निर्माण किया है। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, जब कंपनी ने दिवालिया होने का आवेदन दिया, तब तक जहाज का निर्माण लगभग पूरा हो गया था। ग्लोबल ड्रीम-2 की कीमत 1.5 अरब डॉलर है। इस जहाज को कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। अगर अब भी कोई ग्राहक मिल जाए, तो यह जहाज बच सकता है, वरना इसे कबाड़ में डाल दिया जाएगा।
बनाने में खर्च हो गए 2 अरब डॉलर
इस शिप को बनाने में अब तक करीब 2 अरब डॉलर खर्च हो चुके हैं। अभी भी इसके निर्माण को पूरा करने के लिए 340 मिलियन डॉलर की जरूरत है। इसका एक सिस्टर शिप ग्लोबल ड्रीम भी मार्केट में है। इसे भी खरीदार नहीं मिला है। लेकिन यह पूरी तरह तैयार है, इसलिए इसे स्क्रैप में बेचने की संभावना नहीं है। ये दोनों ही जहाज एक जर्मन शिपयार्ड में रखे हुए हैं। इन दोनों के लिए खरीदार खोजने का समय समाप्त हो रहा है।
2023 के आखिर तक का समय
MV Werften के प्रशासक क्रिस्टोफ मोर्गन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विस्मर में कंपनी के शिपयार्ड को थीसेनक्रुप्प की नौसेना इकाई को बेच दिया गया था। यह इसका इस्तेमाल सैन्य जहाजों के निर्माण के लिए करेगी। यानी 2023 के आखिर तक ग्लोबल ड्रीम और ग्लोबल ड्रीम-2 दोनों को हटाना होगा।
डिजाइन बना रोड़ा
जर्मन क्रूज इंडस्ट्री मैगजीन एन बोर्ड के अनुसार, कोई खरीदार नहीं मिलता है, तो जहाज के इंजन और दूसरे हिस्सों को बेच दिया जाएगा। वहीं, निचले हिस्से को कबाड़ में बेच दिया जाएगा। इन जहाजों को खरीदार नहीं मिलने के पीछे एक कारण इनका डिजाइन भी है। ए बोर्ड के अनुसार, इन जहाजों को एशियाई बाजार के हिसाब से डिजाइन किया गया था। अब उत्तरी अमेरिका या यूरोप का कोई ग्राहक इन्हें खरीदना चाहे, तो उपयोग से पहले केबिन, डेक और प्रणोदन प्रणाली में बड़े बदलाव करने होंगे।