T20 World Cup: कोरोना का कहर अभी गया नहीं है. और शायद आप सबको याद हो कि टी20 वर्ल्ड कप में भी इस पैनडेमिक का असर पड़ा था. दरअसल, टी20 वर्ल्ड कप का सातवां संस्करण 2020 में ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना था. यह वो दौर था, जब कोविड-19 के चलते दुनिया की रफ्तार थम सी गई थी. कहीं आना-जाना, खेलना-कूदना, स्कूल-ऑफिस सब बंद थे. तमाम देशों ने यात्राओं पर प्रतिबंध लगा रखे थे. इसी कारण आईसीसी ने 2020 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को एक साल के लिए टाल दिया. साथ ही तय कि गया कि यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया की बजाय यूएई और ओमान में खेला जाए. फिर आया अक्टूबर 2021 और सज गया क्रिकेट का एक और महाकुंभ.
टी20 वर्ल्ड कप का यह संस्करण थोड़ा आननफानन में खेला गया. कई टीमों ने तो इसके चलते अपनी टेस्ट या वनडे सीरीज को भी आगे-पीछे किया. भारतीय टीम भी इंग्लैंड में चार टेस्ट खेलने के बाद यूएई आ गई. जहां हमारे खिलाड़ियों ने पहले आईपीएल और फिर वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया.
इस टूर्नामेंट में 16 टीमों ने हिस्सा लिया. टॉप-8 टीमों को सुपर-12 में जगह दी गई. बाकी 4 जगह के लिए 8 टीमों के बीच क्वालिफिकेशन राउंड खेला गया.
वर्ल्ड कप का दूसरा राउंड यानी सुपर-12 के मुकाबले 23 अक्टूबर से शुरू हुए. इसके एक दिन बाद भारत और पाकिस्तान की टीमें आपस में टकराईं. जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि वर्ल्ड कप एक ऐसा टूर्नामेंट था, जहां भारत पाकिस्तान से कभी नहीं हारा था. इसीलिए भारतीय टीम और फैंस का जोश हाई था. दूसरी ओर, पाकिस्तान की टीम अपने खराब रिकॉर्ड के बोझ तले दबी हुई थी.
लेकिन एक गाना है ना? वो साल दूसरा था, ये साल दूसरा है…
पाकिस्तान की टीम इस बार शायद यही गाना सुनकर उतरी थी. 24 अक्टूबर को खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले ही ओवर से ऐसा हमला किया, जिसने टीम इंडिया का झकझोर कर रख दिया. मैच के पहले ही ओवर में रोहित शर्मा चलते बने. तीसरे ओवर में केएल राहुल पैवेलियन की राह पर थे. शाहीन अफरीदी ने इन दोनों को आउट कर बताया कि क्यों उनके फैंस उन्हें शहंशाह अफरीदी कहते हैं.
कप्तान विराट कोहली ने अर्धशतक लगाकर पारी संभालने की कोशिश की. ऋषभ पंत ने भी कुछ देर उनका साथ दिया. लेकिन और कोई बल्लेबाज पाकिस्तानी हमले को नहीं झेल पाया. हार्दिक पंड्या और रवींद्र जडेजा कुछ खास नहीं कर सके.
वैसे तो भारत ने इन झटकों के बावजूद 151 रन का ठीक-ठाक स्कोर बना लिया. लेकिन वही बात.. वो साल दूसरा था.. इस बार पाकिस्तान इतिहास बदलने को बेताब था. जैसे शाहीन अफरीदी के झटके कम रहे हों तो बैटिंग करने उतरे बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान भारतीयों पर टूट पड़े. इन दोनों ने कमाल की बैटिंग की और अपनी टीम को 10 विकेट से जिता दिया. जी हां, पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में भारत को 10 विकेट से हराया. बुमराह, शमी, भुवनेश्वर और वरुण चक्रवर्ती के हथियार धरे के धरे रह गए.
भारतीय टीम इस हार के बाद पूरे टूर्नामेंट में नहीं उबर सकी. उसे न्यूजीलैंड ने भी हराया. नतीजा यह रहा कि टीम इंडिया सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी. उधर, पाकिस्तान ने अपने सभी ग्रुप मैच जीते और शान से सेमीफाइनल में आ गया.
पाकिस्तान की टीम वर्ल्ड कप में छाई हुई थी. हर ओर बाबर, रिजवान, अफरीदी के चर्चे थे. सेमीफाइनल में पहुंचने वाली वह अकेली एशियाई टीम थी. यूएई को उसका दूसरा घर कहा जाता है. यानी, सारे समीकरण पाकिस्तान को फेवरेट बता रहे थे.
सेमीफाइनल में उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से हुआ. वही, ऑस्ट्रेलिया जो 14 साल से टी20 चैंपियन का रुतबा पाने को बेकरार था. इस बार कंगारुओं की टीम एरॉन फिंच की अगुवाई में उतरी और उसने सारे समीकरण बदल डाले. ऑस्ट्रेलिया ने धीमी पिच पर पहले पाकिस्तान को हराया और फिर फाइनल में न्यूजीलैंड को मात दी. इस तरह 2021 का वर्ल्ड कप दो बातों के लिए यादगार बन गया. पहला यह कि भारत अब वर्ल्ड कप में अजेय नहीं है. दूसरा ऑस्ट्रेलिया के पास अब टी20 वर्ल्ड कप का भी खिताब है.