निर्वाचन क्षेत्र का रोचक पहलू
कौन-कौन मैदान में...
ये राजनीतिक इतिहास….
1998 में दोबारा कांग्रेस की विद्या स्टोक्स ने उन्हें पराजित किया। 2003 व 2007 में राकेश वर्मा फिर से लगातार दो बार निर्दलीय रूप से जीतने में सफल रहे। 2012 में विद्या स्टोक्स फिर से जीतने में सफल हुई। विद्या स्टोक्स विभिन्न कार्यकालों में विधानसभा स्पीकर से लेकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहीं। 2017 में विद्या स्टोक्स की गैर मौजूदगी में माकपा के राकेश सिंघा ने चुनाव जीतकर बड़ा राजनीतिक उलट फेर किया।
माकपा विधायक राकेश सिंघा (66) ठियोग हल्के से फिर मैदान में उतरे हैं। धनकुबेर प्रत्याशियों में शामिल राकेश सिंघा के परिवार की चल एवं अचल संपत्ति 19.46 करोड़ है। चुनाव आयोग में दिए गए हल्फनामे पर नजर डालें, तो राकेश सिंघा के परिवार की चल संपत्ति 2.06 करोड़ है। इसमें राकेश सिंघा की 67.93 लाख की चल संपत्ति है। जबकि उनके पत्नी के नाम 2.06 करोड़ की संपत्ति दर्ज है। राकेश सिंघा के पास 12 लाख और पत्नी के पास साढ़े सात लाख के गहने हैं।
उम्मीदवारों का सबल व निर्बल पक्ष…
मतदाताओं का आंकड़ा….
2022-11-04