शिमलाः देश के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की जा रही है.हालांकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, लेकिन संक्रमण के घटते आंकड़े राहत देने वाले हैं. संक्रमण के घटते आंकड़ों के बीच हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थियों को स्कूल बनाने पर विचार किया जा रहा है. यदि संक्रमण के आंकड़ों में इसी तरह गिरावट देखने को मिलती रही, तो प्रदेश के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जा सकता है. हालांकि शुरुआती तौर पर केवल शंकाएं दूर करने के लिए विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जाएगा. इसके लिए विद्यार्थियों को अपने अभिभावकों से सहमति पत्र साथ लाना होगा.
शिमला स्थित पोर्टमोर विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र सूद ने बताया कि कहा कि कोरोना की वजह से बीते करीब डेढ़ साल से स्कूल बंद हैं. ऐसे में सभी विद्यार्थी हर घर पाठशाला कार्यक्रम के तहत पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में ऑनलाइन पढ़ाई के भी अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं, लेकिन स्कूल आकर विद्यार्थी बेहतर ढंग से अपनी शंकाओं को दूर कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से भी स्कूल खोलने पर विचार किया जा रहा है.
15 जुलाई के बाद स्कूल खोलने पर विचार
जानकारी के मुताबिक यदि स्थिति सामान्य रही, तो प्रदेश भर के शीतकालीन विद्यालयों में के विद्यार्थियों को 15 जुलाई से स्कूल बुलाया जा सकता है. शुरुआती तौर पर केवल शंकाएं दूर करने के लिए विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जाएगा. इसके लिए पहले की तरह विद्यार्थियों को अभिभावकों से सहमति पत्र लाना होगा. बिना सहमति पत्र के विद्यार्थियों को स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा. शिक्षा विभाग कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करते हुए स्कूल खोलने पर भी विचार कर रहा है.