हिमाचल में बीए-4, बीए-6 वैरिएंट फैलने की आशंका, दिल्ली भेजे जाएंगे सैंपल

प्रदेश सरकार ने ओमिक्रॉन के बीए-4 और बीए-6 वैरिएंट फैलने की आशंका के चलते जिला मंडी और शिमला में सैंपल एकत्र कर दिल्ली भेजने के निर्देश दिए हैं। 

ओमिक्रॉन वैरिएंट
 प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सप्ताह के भीतर हिमाचल में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 500 पहुंच गया है। प्रदेश सरकार ने ओमिक्रॉन के बीए-4 और बीए-6 वैरिएंट फैलने की आशंका के चलते जिला मंडी और शिमला में सैंपल एकत्र कर दिल्ली भेजने के निर्देश दिए हैं। तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक में यह वैरिएंट लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। प्रदेश में भी कहीं यह वैरिएंट प्रवेश तो नहीं हो चुका है, इसे लेकर सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
इसके अलावा तीर्थ यात्राओं, मेलों और राजनीतिक कार्यक्रमों को खुले मैदानों में करवाने की हिदायत भी दी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अन्य वैरिएंट की अपेक्षा यह तीव्र गति से फैलता है। यह शरीर के भीतर प्रवेश करने पर ज्यादा खतरनाक हो जाता है। दमा, हार्ट, किडनी पीड़ित मरीजों के लिए यह ज्यादा घातक है। जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज ली है, उन्हें बाईपास कर यह आगे बढ़ता है। प्रदेश सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मरीजों के आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के लिए कहा है। 

सर्दी खांसी से पीड़ित मरीजों के कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश
प्रदेश सरकार ने अस्पतालों में आने वाले सर्दी, खांसी, जुकाम से पीड़ित मरीजों के कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अस्पतालों में भर्ती मरीजों के पास एक से ज्यादा तीमारदार न ठहराने के लिए कहा है।

बीए-4 और बीए-6 की आशंका के चलते जिला मंडी और शिमला में मरीजों के सैंपल दिल्ली प्रयोगशाला भेजने के लिए कहा है। कोरोना का यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक है। अन्य वैरिएंट की तुलना में यह तेजी से फैलता है। 
– सुभाशीष पांडा, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य

प्रदेश में कोरोना के 96 नए मामले
हिमाचल में गुरुवार को कोरोना के 96 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 550 पहुंच गया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अस्पतालों में सिर्फ पांच कोरोना मरीज ही भर्ती हैं। अन्य घरों में आइसोलेट हैं।