जिला ऊना में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। जिस कारण लोगों का काफी नुकसान हुआ है और मुश्किलों का कारण बढ़ रहा है। इसी कड़ी में सूचना मिली है कि दमकल विभाग की तरफ से आग पर काबू पाने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। इस प्लान को सफल बनाने के लिए अन्य लोगों की मदद ली जा रही है। फायर सीजन दौरान आगजनी से बचने और वनसंपदाओ समेत निजी संपत्ति को बचाने के संबंध में जानकारी मुहैया कराई जा रही है। जिला प्रशासन की पहल से दमकल विभाग द्वारा ऊना शहर में फायर हाइड्रेंट का उपयोग किया दा रहा है। हर साल फायर सीजन में सबसे ज्यादा अग्नि पीड़ित वर्ग प्रवासी श्रमिकों को भी विशेष रूप से जागरूक करने के लिए अभियान छेड़ा गया है।
आगजनी की रोकथाम के लिए अभियान शुरु
जिला में दिन प्रति दिन बढ़ रही आगजनी की घटनाएं लोगों के लिए मुसीबतों का कारण बन रही हैं। आगजनी पर काबू पाने से पहले इन घटनाओं की रोकथाम को लेकर व्यापक अभियान छेड़ दिया गया है। जिसके तहत दमकल विभाग समेत अन्य विभागों को इस मुहिम में जिला प्रशासन ने शामिल करते हुए न सिर्फ फायर हाइड्रेंट को स्थापित करने की मुहिम शुरू की है, बल्कि लोगों को भी आगजनी की रोकथाम के बारे में उपयोगी टिप्स प्रदान किए जा रहे हैं। वर्तमान समय गर्मी का मौसम चल रहा है और इसी मौसम को फायर सीजन भी कहा जाता है। इन परिस्थितियों के बीच दमकल विभाग द्वारा शहर भर में फायर हाइड्रेंट स्थापित करने के लिए स्थान चिन्हित किये जा रहे है। इसके अतिरिक्त आगजनी की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर पानी की उपलब्धता भी करवाई जा रही है। हाल ही में इसी बिंदु को लेकर समीक्षा बैठक का भी आयोजन किया गया, जिसमें कड़े फैसले लेते हुए फायर हाइड्रेंट स्थापित करने के साथ-साथ लोगों को एक बार फिर आगजनी की रोकथाम में सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। होमगार्ड कमांडेंट विकास सकलानी का कहना है कि कई बार कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के चलते फायर ब्रिगेड आगजनी के मौके तक नहीं पहुंच पाती। इन परिस्थितियों में फायर हाइड्रेंट स्थापित करने की संभावनाओं को तलाश कर सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रवासी मजदूरों को विशेष रुप से आगजनी से बचने की सीख दी जा रही है। इसके तहत उन्हें बताया गया है कि आग के प्रति लापरवाही न बरतें, आग जले चूल्हे को खुला न छोड़ें, माचिस और ज्वलनशील पदार्थ बच्चों की पहुंच से दूर रखें, पानी का उचित प्रबंध रखें, अगर आग लगती है तो 101 नम्बर डायल कर फौरी तौर पर मदद हासिल करें। विकास सकलानी ने बताया कि यह अभियान 28 अप्रैल तक चलेगा।