प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर माहौल गर्माता जा रहा है। मंडी जिला के विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर में चुनावों को लेकर अब तिकोना मुकाबला हो गया है। पूर्व वन मंत्री एवं प्रदेश भाजपा के संस्थापक सदस्य रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ने का शंखनाद कर दिया है। अभिषेक ठाकुर ने चुनावी ताल ठोकते हुए शक्ति प्रदर्शन करते हुए राजनितिक हलचल बढ़ा दी है। कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर ने भी अपने पुत्र के पक्ष में लोगों से समर्थन मांगा। जहां अभिषेक ठाकुर द्वारा अपने पिता के कार्यकाल के दौरान करवाए गए विकास कार्यों को लेकर लोगों से साथ देने की अपील की गई। वहीं पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर द्वारा भावुक होकर भाजपा में हुए उनके तिरस्कार का इमोशनल कार्ड खेला गया।बता दें कि प्रदेश का विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर राजनितिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। वर्तमान में प्रदेश भाजपा महामंत्री और युवा विधायक राकेश जंवाल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। विधायक राकेश जंवाल संगठन में मजबूत पकड़ होने के साथ-साथ सीएम जयराम ठाकुर और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी उनके नजदीकी संबंध है। रूप सिंह ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल गुट से संबंधित हैं और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ भी उनकी काफी नजदीकियां है। पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर की इस चुनावी हुंकार ने कहीं न कहीं भाजपा को सकते में डाल दिया है।
पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर का उन्हें 6 बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। इस दौरान क्षेत्र में हर जगह विकास हुआ है। कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक आलोचना के लायक भी नहीं है। दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद भी उनके कार्यकाल में विकास कार्य शून्य रहे हैं। भाजपा पर आरोप लगाते हुए रूप सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2017 में उनके द्वारा चुनाव लड़ने की तैयारियां की गई थी। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व अमित शाह,रामलाल और मंगल पांडे द्वारा दिल्ली बुलाकर उन्हें बड़ी जिम्मेवारी देने की बात कही गई थी। चुनावों के दौरान भाजपा उम्मीदवार राकेश जंवाल के पक्ष में 100 से अधिक रैलियों में भी साथ दिया। लेकिन भाजपा द्वारा सुंदरनगर से चुनाव जीतने केबाद उनका पार्टी में तिरस्कार होता रहा और उनकी लगातार अनदेखी की गई।
पूर्व मंत्री रूप सिंह के बेटे अभिषेक ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2012 में भाजपा द्वारा उनके पिता का टिकट काटा गया और बतौर निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा के उम्मीदवार को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया और एक बार फिर वर्ष 2017 लोकसभा चुनावों में कमिटमेंट हुई। लेकिन भाजपा का साथ देने के बावजूद फिर से पार्टी में तिरस्कार झेलना पड़ा। उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायक द्वारा हर कार्य को लेकर श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है। विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर की 48 पंचायतों में उनके द्वारा संपर्क किया जा चुका है।