राज्यसभा के लिए 57 सीटों पर होने वाले चुनावों में शुक्रवार को 41 सांसद निर्विरोध चुन लिए गए. इन 41 उम्मीदवारों में कांग्रेस के पी चिदंबरम (P Chidambaram) और राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla), बीजेपी की सुमित्रा वाल्मीकि (Sumitra Valmiki) और कविता पाटीदार (Kavita Patidar), कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal), आरजेडी की मीसा भारती (Misa Bharti) और राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) शामिल हैं.
बिना मुकाबले के मिली जीत
उत्तर प्रदेश में सभी 11, तमिलनाडु में छह, बिहार में पांच, आंध्र प्रदेश में चार, मध्य प्रदेश और ओडिशा में तीन-तीन, छत्तीसगढ़, पंजाब, तेलंगाना और झारखंड में दो-दो और उत्तराखंड में एक उम्मीदवार बिना किसी मुकाबले के निर्वाचित हुए. निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गए 41 उम्मीदवारों में से 14 बीजेपी के, चार-चार कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के हैं. जिसमें डीएमके (DMK) और बीजू जनता दल (BJD) के तीन-तीन; आम आदमी पार्टी, आरजेडी, तेलंगाना राष्ट्र समिति, अन्नाद्रमुक के दो-दो, झामुमो, जद(यू), समाजवादी पार्टी और रालोद के एक-एक नेता तथा निर्दलीय कपिल सिब्बल शामिल हैं.
10 जून को चुनाव
पंद्रह राज्यों की 57 राज्यसभा सीट भरने के लिए 10 जून को चुनाव होने थे, जो जून और अगस्त के बीच अलग-अलग तारीखों पर सदस्यों के सेवानिवृत्त होने के कारण खाली हो जाएंगे. शुक्रवार को नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख थी.
अब महाराष्ट्र की छह, राजस्थान और कर्नाटक की चार-चार और हरियाणा की दो सीट के लिए 10 जून को चुनाव होंगे. उसी दिन परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे. उत्तर प्रदेश में निर्वाचित घोषित 11 उम्मीदवारों में से बीजेपी के आठ तथा समाजवादी पार्टी और रालोद के एक-एक तथा निर्दलीय सिब्बल हैं.
यूपी के विजेता
राज्य के विजेता नेताओं में जयंत चौधरी (RLD), जावेद अली खान (समाजवादी पार्टी), दर्शन सिंह, बाबू राम निषाद, मिथिलेश कुमार, राधा मोहन दल अग्रवाल, के. लक्ष्मण, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, सुरेंद्र सिंह नागर, संगीता यादव (सभी बीजेपी) शामिल हैं.
तमिलनाडु से ये निर्विरोध
तमिलनाडु से सत्तारूढ़ द्रमुक के एस कल्याणसुंदरम, आर गिरिराजन और केआरएन राजेश कुमार, अन्नाद्रमुक के सी वी षणमुगम और आर धर्मर और कांग्रेस के चिदंबरम विजयी हुए हैं. उच्च सदन में, द्रमुक की 10 की मौजूदा ताकत बनी रहेगी, लेकिन AIADMK का प्रतिनिधित्व 5 सदस्यों में घटकर 4 सदस्यों का रह जाएगा. चिदंबरम के निर्वाचन के साथ ही, कांग्रेस पार्टी के पास लंबे अंतराल के बाद राज्यसभा में तमिलनाडु से एक सदस्य होगा. चिदंबरम 2016 में महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुने गए थे और उनका कार्यकाल चार जुलाई को समाप्त हो रहा है.
बिहार से इन्हें मिली जीत
बिहार के सभी पांच उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए, जिनमें मीसा भारती और फैयाज अहमद आरजेडी (RJD), सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल (बीजेपी) और खीरू महतो (जेडीयू) शामिल हैं. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की सबसे बड़ी बेटी भारती और दुबे लगातार दूसरी बार राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए हैं.
आंध्र प्रदेश से सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के वी विजयसाई रेड्डी, बीडा मस्तान राव, आर कृष्णैया और एस निरंजन रेड्डी भी निर्विरोध चुने गए. इस जीत के साथ, वाईएसआरसी की ताकत अब राज्यसभा में बढ़कर नौ हो गई है, राज्य की 11 राज्यसभा सीट में से, तेलुगुदेशम पार्टी (TDP) और बीजेपी के पास एक-एक है. विजयसाई लगातार दूसरी बार फिर से निर्वाचित हुए हैं.
पंजाब के नतीजे
पंजाब में आप उम्मीदवार-प्रख्यात पर्यावरणविद् बलबीर सिंह सीचेवाल और उद्यमी-सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमजीत सिंह साहनी को विजेता घोषित किया गया. पंजाब से अंबिका सोनी (कांग्रेस) और बलविंदर सिंह भुंडर (शिरोमणि अकाली दल) का कार्यकाल चार जुलाई को समाप्त हो रहा है.
छत्तीसगढ़ से इन्हें मौका
छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी शुक्ला और रंजीत रंजन निर्विरोध निर्वाचित हुए. विपक्षी बीजेपी ने राज्य विधानसभा में अपनी कम ताकत को देखते हुए अपना उम्मीदवार नहीं उतारा. छत्तीसगढ़ के पांच राज्यसभा सदस्यों में से दो- छाया वर्मा (कांग्रेस) और रामविचार नेताम (बीजेपी) का कार्यकाल अगले महीने समाप्त होने वाला है.
राज्य के अन्य तीन राज्यसभा सदस्य कांग्रेस के केटीएस तुलसी और फूलोदेवी नेताम और बीजेपी की सरोज पांडे हैं. झामुमो की महुआ माजी और बीजेपी के आदित्य साहू झारखंड से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए.
उत्तराखंड और ओडिशा का नतीजा
उत्तराखंड से बीजेपी उम्मीदवार कल्पना सैनी भी निर्विरोध चुनी गईं और वह कांग्रेस के प्रदीप टम्टा का कार्यकाल चार जुलाई को समाप्त होने के बाद ऊपरी सदन में यह सीट भरेंगी. बीजद ने ओडिशा की तीनों सीट पर और तेलंगाना में टीआरएस ने दोनों सीट पर जीत हासिल की.
महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान में कांटे की टक्कर
महाराष्ट्र में, शिवसेना और बीजेपी राज्यसभा की छठी सीट के लिए लड़ेंगे, क्योंकि सात उम्मीदवारों में से किसी ने भी अपना नामांकन वापस नहीं लिया. जहां सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (MVA) के चार और बीजेपी के तीन उम्मीदवार हैं. इस बीच राजस्थान की चार और हरियाणा की दो सीट के लिए कड़ा मुकाबला होना तय है क्योंकि आखिरी दिन किसी भी उम्मीदवार ने अपना नाम वापस नहीं लिया. कांग्रेस राजस्थान में तीन सीट जीतने की उम्मीद कर रही है. जबकि बीजेपी एक सीट से ही चुनाव लड़ रही है, चौथी सीट के लिए बीजेपी निर्दलीय प्रत्याशी डॉक्टर सुभाष चंद्र का समर्थन कर रही है. हरियाणा में कांग्रेस ने एक सीट पर अजय माकन को उतारा है तो बीजेपी ने भी यहां से एक ही उम्मीदवार मैदान में उतारा है, जबकि दूसरी सीट के लिए बीजेपी एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा का समर्थन कर रही है.