महिलाएं गोबर धूप, हैंड मेड साबुन और हरी मिर्च पाउडर जैसे उत्पाद बनाकर शूलिनी मंदिर के समीप स्थित दुकान में भेज कर लाभ कमा रही हैं।
बता दें कि नाबार्ड महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से अलग अलग स्थानों पर महिलाओं को रोजगार स्थापित करने के लिए ट्रेनिंग देता रहता है। पिछले दिनों नाबार्ड ने देलगी की महिलाओं को ट्रेनिंग दी। अब उनके बनाए साबुनों को यहां दुकान पर बेचा जा रहा है। इसके अलावा घी, मुरब्बा जैसे उत्पाद बिना केमिकल्स के यहां उपलब्ध करवाए गए है ।
जानकारी देते हुए स्वास एनजीओ के प्रधान देवेंदर कुमार ने बताया पिछले दिनों नाबार्ड ने देलगी की महिलाओं को ट्रेनिंग दी। अब उनके द्वारा बनाए साबुनों को यहां दुकान पर बेचा जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया की उनके द्वारा बैचे जाने वाला आटा ,साबुन ,आचार देसी घी सभी कैमिकल फ्री है । हाथो से बनाए जाने वाले इन सभी उत्पादों का रेट थोड़ा ज्यादा है ।