इन गैंगस्टर्स ने कनाडा से फैलाया पंजाब में आतंक, 90 के दशक में इस Punjabi-Canadian की थी दहशत

शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की बीते दिनों दिनदिहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन पर 30 से ज्यादा राउंड फायर हुए थे, जिसमें 20 गोलियां उनके शरीर में लगीं. मूसेवाला की हत्या के बाद एक फ़ेसबुक पोस्ट के माध्यम से इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ द्वारा ली गई. 

लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ जेल में बंद है, वहीं बात करें गोल्डी बराड़ की तो वह कनाडा में रहता है. बता दें कि कनाडा से कई गैंगस्टर ग्रुप पंजाब में अपना दबदबा बढ़ाने में लगे रहे हैं. इन गैंग्स का पंजाब-कनाडा कनेक्शन 3 दशक पहले फलना-फूलना शुरू हो गया था. 

तो चलिए जानते हैं कनाडा से चलने वाले उन गैंग्स के बारे में जो पंजाब में अपना दबदबा बढ़ाने की कोशिश करते रहे हैं. 

गोल्डी बराड़

Goldy Brar

कनाडा में रहने वाला गोल्डी बराड़ कई केस में मोस्ट वांटेड है. सिद्धू मूसेवाला से पहले गोल्डी पर यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या का आरोप भी लगा है. इस मामले में उसके खिलाफ पुलिस ने 2021 में वारंट जारी किया है. गोल्डी बराड़ को शातिर मुजरिम माना जाता है. कनाडा में रहते हुए वह दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में कई अपराधों में शामिल रहा है. इसके अलावा भेष बदलना उसकी सबसे बड़ी खूबी है. 

लॉरेंस बिश्नोई

Lawrence Bishnoi

30 साल की उम्र में बिश्नोई पर कई तरह के आरोप लगे हैं. इस समय वह तिहाड़ जेल में बंद है. हत्या, हत्या की कोशिश, धमकी आदि सहित कई धाराओं में फंसा बिश्नोई 2018 में सलमान खान की हत्या की साजिश भी रच चुका है. इस बात का खुलासा उसकी ही गैंग के एक सदस्य ने गिरफ्तार होने के बाद किया था. सलमान खान को मारने की मंशा रखने के पीछे भी एक अलग सी वजह है. दरअसल, बिश्नोई कम्युनिटी काला हिरण को पूजता है और सलमान इसी के शिकार के मामले में दोषी ठहराए गए थे. 

पंजाब यूनिवर्सिटी में एक स्टूडेंट लीडर रह चुका बिश्नोई पंजाब पुलिस के ऑफिसर का बेटा है. बिश्नोई पर पंजाब और राजस्थान में कई हत्याओं का आरोप लगा. 2017 से वह जेल में बंद है लेकिन वह जेल से ही अपना गैंग चला रहा है. 

Bindy Johal

बिश्नोई और गोल्डी आज की अपराध की दुनिया में अपना दबदबा बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बिंदी जोहल नामक पंजाबी  90 के दशक में ही ये काम कर चुका है. उसे पहला पंजाबी-कनेडियन अपराधी माना जाता है. वह The Elite नामक ग्रुप का संचालन करता था और इसी की आड़ में अपराध को अंजाम देता था. 30 से ज्यादा हत्याओं के इस आरोपी पर दोसांझ ब्रदर्स की हत्या का भी आरोप लगा है. 

इनके अलावा जग्गू भगवनपुरिया गैंग, जयपाल भुल्लर गैंग, दविंदर बंबीहा गैंग आदि जैसे गैंग भी पंजाब में काफी सक्रिय हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मूसेवाला की हत्या के बाद उसका नाम बंबीहा गैंग से जोड़ा गया था. इस संबंध में बंबीहा गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘मूसेवाला का किसी गैंगस्टर ग्रुप से संबंध नहीं था. फिर भी उसे हमसे जोड़कर मारा गया.’