बिलासपुर में हरि देवी मंदिर के दान पात्रों पर चोरों ने किया हाथ साफ…

 प्रदेश में पहले जहां चोर केवल लोगों के घरों में सेंधमारी कर चोरी को अंजाम देते थे। वहीं अब लोगों ने मंदिरों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इसे बेरोजगारी की मार कहें या नशे की लत। चाेर अब मंदिरों में रखे दान पात्रों को चुराने में नहीं हिचकिचा रहे हैं। ताजा घटना में चोरों ने पुलिस थाना भराड़ी के तहत जिला के सुप्रसिद्ध मंदिर हरि देवी के साथ बने शिव परिवार के मंदिर में रखे दान पात्र को अपना निशाना बनाया है। 

मिली जानकारी के अनुसार चोरी की घटना का पता पुजारियों को उस समय लगा जब वह पूजा करने के लिए मंदिर में गए। पुजारियों ने चोरी की घटना को लेकर पुलिस में भी शिकायत दर्ज कर दी है, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच बयान भी दर्ज किया है। पुलिस को दिए बयान में राजकुमार पुत्र लौहंगु राम निवासी गांव हरिदेवी डाकघर डंगार तहसील घुमारवीं का कहना है कि उनके घर के साथ ही माता हरिदेवी का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर के परिसर में ही अन्य मंदिरों सहित शिव परिवार मंदिर भी है। इन मंदिरों में वह और उसके दो अन्य भाई प्रकाश चंद, पवन कुमार बतौर पुजारी बैठते है। 

मंगलवार रात को उसने पूजा आदी करने के बाद करीब रात 9 बजे सभी मंदिरों के गेट पर ताले लगाए, और अपने घर चला गया। बुधवार को जब वह सुबह 5 बजे मंदिर में पूजा करने आया तो देखा कि शिव परिवार मंदिर के कैंची गेट पर लगा हुआ ताला टूटा हुआ था। जब मंदिर के अन्दर जाकर देखा तो अंदर से लोहे का दान पात्र गायब था। इस पर शिकायतकर्ता ने अपने भाईयों को इस घटना के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पवन कुमार की पत्नी चंपा देवी ने पुलिस थाना में इस बारे में फोन किया। इसके बाद जब उन्होंने मंदिर के आसपास गल्ले को ढूंढा तो मंदिर का गल्ला (दानपात्र) मंदिर से दूर नीचे पौड़ियों पर टूटा हुआ मिला।

 इस दान पात्र को 22 मई को मंदिर कमेटी द्वारा खाली किया गया था। उसके बाद से इस दान पात्र में करीब 7-8 हजार रुपया हो सकता है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मामले की पुष्टि डीएसपी राजकुमार ने की है।