कसौली में धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे चोर

कसौली उपमंडल मुख्यालय और साथ लगते क्षेत्रों विशेषकर धार्मिक स्थलों पर इन दिनों दिनदहाड़े चोरी होने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बीते कुछ दिनों में कसौली के लगभग सभी धार्मिक जगहों पर व इसके साथ लगते प्रसिद्ध नाहरी मंदिर में हर रोज कोई न कोई चोरी की घटनाएं सामने आ रही है। कभी किसी मंदिर का गल्ला टूटता है तो कभी मूर्तियां ही चोरी हो जाती हैं। जिस कारण स्थानीय लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं व काफी आक्रोशित हैं। कसौली में चोरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि गत दिनों शिव मंदिर नाहरी में दिन के समय ही एक लड़का मंदिर की दान पेट्टी को तोडऩे की कोशिश कर रहा था परंतु लड़का इससे पहले की दान पेटी का ताला तोड़ पाता मंदिर के पुजारी को इसकी भनक लग गई पुजारी को आता देखकर चोर मौके से फरार हो गया और बाहर सड़क में ऊपर जंगल की तरफ भाग गया।

वहीं दूसरी ओर यदि बात करें पुलिस की तो पुलिस द्वारा चोर पकड़े तो जा रहे हैं परंतु शायद गवाह या साक्ष्य न मिल पाने के कारण छोड़े भी जा रहे हैं। जिस कारण इन चोरों के हौसले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे है। यहां यह भी देखने वाली बात है कि ये चोर कोई कुशल चोर नहीं बल्कि एक ऐसी जमात है जो युवा हैं और पूरी तरह नशे की गिरफ्त में है। नशे की लत को पूरा करने के लिए ये चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। स्थानीय लोगों की माने तो पुलिस को इन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लानी चाहिए और कसौली के आस पास भी गश्त बढ़ानी चाहिए ताकि लोगों को राहत की सांस मिल सके। साथ ही क्षेत्र के युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने वालों की पहचान करके उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। यदि कोई युवा नशे का आदि मिलता है तो उसके अभिभावकों से सम्पर्क साध कर उसे उसे खुला न छोड़ कर नशा मुक्ति केंद्र भेजना चाहिए। यदि समय रहते स्थानीय पुलिस प्रशासन ने नशा कारोबारियों से युवाओं को नहीं बचाया तो अभी तक पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात कसौली एक नशा करने और आसानी से नशीले पदार्थों की उपलब्धता के रूप में बदनाम हो जाएगा।