महज 5 साल पुरानी इस अमेरिकी कंपनी ने हिला दिया अडानी का साम्राज्य, कभी एंबुलेंस चलाकर भरते थे पेट

गौतम अडानी की कंपनी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दो दिन में गौतम अडानी का नेटवर्थ  25 अरब डॉलर गिर गया है। वहीं निवेशकों को 4.2 लाख करोड़ स्वाहा हो गए है। जिस कंपनी ने अडानी की नींद उड़ा दी वो मात्र 5 साल पुरानी ही है।

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महज 5 साल पुरानी इस अमेरिकी कंपनी ने हिला दिया अडानी का साम्राज्य, कभी एंबुलेंस चलाकर भरते थे पेट
नई दिल्ली: जनवरी 2023 से शुरूआत में सब कुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन 24 जनवरी को अचानक एक रिपोर्ट आई। इस रिपोर्ट ने भूचाल ला लिया। न केवल अडानी समूह की कंपनियों में भूकंप मचने लगा, बल्कि शेयर बाजार भी धराशाही हो गए। बाजार लाल निशान के साथ डुबकी लगाने लगा। रिपोर्ट ने ऐसा झटका दिया कि दो दिन में निवेशकों को 4.2 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। अडानी समूह की 10 कंपनियों के शेयर क्रैश होने लगा है। साल 2023 के शुरूआत तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी एक ही झटके में 25 बिलियन डॉलर गंवाकर इस लिस्ट में सातवें नंबर पर पहुंच गए। ये दौर यहीं नहीं खत्म हो रहा। इस रिपोर्ट के कारण न चाहते हुए भी गौतम अडानी के साथ एक शर्मनाक रिपोर्ट जुड़ गया है। गौतम अडानी इस साल दौलत गंवाने के मामले में नंबर एक पर पहुंच गए हैं। जिस रिपोर्ट ने गौतम अडानी और उनकी कंपनियों की नींद उड़ा दी, उसके बारे में जानना भी जरूरी है। आखिर वो कौन सी अमेरिकी कंपनी है, जिसकी रिपोर्ट ने गौतम अडानी की नींद उड़ा दी है।

कौन है अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग

कौन है अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग

अमेरिकी फारेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research Report) कंपनी की शुरूआत साल 2017 में हुई थी। नाथन एंडरसन (Nathan anderson) ने इस कंपनी की शुरूआत की। यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकल (University of connecticut) से ग्रेजुएशन करने के बाद एंडरसन ने फैक्टसेट और डेटा एनालिसिस कंपनी की शुरूआत की। शुरूआत में वो इंवेस्टमेंट मैनेंजमेंट कंपनियों पर काम करते थे। साल 2017 में उन्होंने शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च को आगे बढ़ाया। हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म एक फॉरेनसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेट्वस का विश्लेषण करती है। हिंडनबर्ग किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाकर उसपर विस्तृत रिपोर्ट पश करती है। अपनी रिपोर्ट में ये फर्म अकाउंटिंग में गड़बड़ी, मैनेंजमेंट के स्तर पर खामियां और अनडिस्क्लोज रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन शामिल है। ये कंपनी टारगेट कंपनियों के खिलाफ बेट लगाती है। कंपनी कॉरपोरेट कंपनियों के ट्रैक रिकॉर्ड को रखती है।

एंबुलेंस ड्राइवर थे एंडरसन

एंबुलेंस ड्राइवर थे एंडरसन

एंडरसन ने अपनी कंपनी का नाम साल 1937 में हुए हिंडनबर्ग एयरशिप हादसे के नाम पर अपनी कंपनी का नाम रखा। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई थी। कंपनी के फाउंजर एंडरसन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वो पहले इजराइल में एंबुलेंस चालाया करते थे। काम के साथ उन्होंने पढ़ाई पूरी की और डेटा कंपनी फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स इंक में काम करने के बाद हिंडनबर्ग की नींव रखी। आपको जानकर हैरानी होगी की हिंडनबर्गल कंपनी मात्र 10 कर्मचारियों के साथ काम करता है।

अब तक 16 कंपनियों की गड़बड़ी का खुलासा

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अडानी समूह पहली कंपनी नहीं है, जिसे लर हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट दी है। इससे पहले भी 16 कंपनियों की गड़बड़ी को लेकर वो अपनी रिपोर्ट सामने रख चुकी है। अडानी से पहले इस कंपनी ने ट्विटर इंक को लेकर रिपोर्ट जारी की थी। साल 2020 में इस कंपनी ने इलेक्ट्रिकल कंपनी निकोला कॉर्स को लेकर सनसनीखेज रिपोर्ट दिया था। अब हिंडनबर्ग के निशाने पर अडानी समूह आ गई है। अपनी निगेटिव रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने अडानी समूह की कंपनियों पर कई गंभीर आरोप लगाए है।

दो दिनों के में गंवा दिए 25 अरब डॉलर

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इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। अडानी समूह के शेयरों में गिरावट के कारण निवे्शकों के 4.2 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। वहीं गौतम अडानी के नेटवर्थ में दो दिनों में 25 बिलियन डॉलर की गिरावट आ चुकी है। इस गिरावट के कारण दुनियाभर के अमीरों को लिस्ट में वो नीचे फिसल गए है। फॉर्ब्स बिलिनियर इंडेक्ट की लिस्ट में वो तीसरे नंबर से गिरकर 7वें नंबर पर पहुंच गए हैं।