जहां लोग थोड़े से लाभ के लिए अपनी पुरानी कंपनियां छोड़ देते हैं ऐसे दौर में वफादारी की उम्मीद करना थोड़ा मुश्किल है और कहीं ये वफादारी अगर दिख जाती है तो निश्चित रूप से इसे पुरस्कृत किया जाना चाहिए.
कर्मचारियों को मिला वफादारी का इनाम
चेन्नई स्थित एक सॉफ्टवेयर-एज़-ए-सर्विस कंपनी किसफ्लो इंक के सीईओ को भी ऐसा ही लगता है. ऐसे में उन्होंने अपनी कंपनी के पांच कर्मचारियों को कंपनी के प्रति वफादारी निभाने के लिए 1 करोड़ रुपये से अधिक की बीएमडब्ल्यू कारें उपहार में दी हैं.
कारें पुरस्कृत करने के समारोह को गुप्त रखा गया था. जिन पांच कर्मचारियों को कारें मिलनी थीं उन्हें ये पुरस्कार देने से कुछ घंटे पहले ही सूचित किया गया और कहा गया कि वे एक महंगे लक्जरी ब्रांड कार के मालिक होने जा रहे हैं.
महामारी के दौरान कंपनी के साथ खड़े रहे
सीईओ सुरेश संबंदम ने पीटीआई को बताया कि पांच कर्मचारी शुरू से ही कंपनी के साथ रहे हैं और महामारी के दौरान कंपनी को ऊपर उठाने में मदद की. उन्होंने आगे कहा कि कुछ कर्मचारी साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं और कंपनी में शामिल होने से पहले उन्हें महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ा था.
कंपनी को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा क्योंकि उसने कठिन कारोबारी माहौल को चुनौती देने की कोशिश की. कुछ निवेशकों ने महामारी के समय कंपनी के सुचारू कामकाज पर भी संदेह जताया.
मुश्किल दौर से गुजरना पड़ा
सीईओ ने आगी कहा कि “तब कठिन समय था. महामारी के दौरान भी, निवेशकों को यकीन नहीं था कि यह कंपनी टिकी रह सकेगी और भविष्य में बेहतर करेगी. आज हम बहुत खुश हैं कि हमने निवेशकों को वापस भुगतान किया है और अब यह पूरी तरह से निजी स्वामित्व वाली कंपनी खड़ी कर ली है.”
कर्मचारियों को पुरस्कार के रूप में कार देने के लिए शुक्रवार को एक समारोह आयोजित किया गया था. इस दौरान कई लोग ये सोच कर हैरान थे कि ये हो क्या रहा है? इस दौरान बहुत धूमधाम के साथ पांच बीएमडब्ल्यू 530डी कारें कंपनी के पांच सदस्यों को उनके परिवारों की उपस्थिति में ऊओहार स्वरूप भेंट की गईं. कंपनी के सीईओ ने उल्लेख किया कि यह अन्य सभी कर्मचारियों के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए एक प्रेरणा होनी चाहिए.