मारुति सुजुकी के वर्तमान में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हरियाणा में हैं.
नई दिल्ली. मारुति सुजुकी इंडिया ने 2.5 करोड़ कारों के उत्पादन का आंकड़ा पार कर लिया है. कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी. मारुति सुजुकी ने उत्पादन दिसंबर 1983 में शुरू किया था और मार्च 1994 में 10 लाख का आंकड़ा पार कर लिया था. मार्च 2011 तक एक करोड़ वाहनों का उत्पादन और जुलाई 2018 तक दो करोड़ वाहनों का उत्पादन कर लिया था. कंपनी का पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हरियाणा के गुरुग्राम में शुरू हुआ था.
2.5 करोड़ कारों का आंकड़ा बहुत बड़ा है. देखा जाए तो यह ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या के बराबर है. वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या करीब 2.54 करोड़ है. मारुति सुजुकी के वर्तमान में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हरियाणा में हैं, जिनमें से एक गुरुग्राम में और दूसरा मानेसर में है. इन दोनों की सालाना उत्पादन क्षमता 15 लाख यूनिट है. कंपनी घरेलू बाजार में 16 पैसेंजर वाहनों की बिक्री करती है और करीब 100 देशों में वाहनों का निर्यात करती है.
हरियाणा में नया प्लांट लगा रही कंपनी
मारुति सुजुकी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO हिसाशी ताकेउची ने बयान में कहा, “2022 में सुजुकी की भारत की जनता के साझेदारी को 40 साल पूरे हो जाएंगे. 2.5 करोड़ की उत्पादन क्षमता इस साल हासिल करना भारत की जनता के साथ निरंतर प्रतिबद्धता और साझेदारी का संकेत है.” उन्होंने बताया कि आगे जाकर कंपनी बाजार में नए उत्पाद लेकर आएगी. ताकेउची ने बताया, “यात्री वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए हम हरियाणा के खारखोड़ा में नए मैन्युफैक्चरिंग सेंटर की शुरुआत करने पर काम कर रहे हैं.”
26 प्रतिशत मारुति सुजुकी की बिक्री
मारुति सुजुकी ने एक दिन पहले बताया कि अक्टूबर में उसकी कुल बिक्री 21 प्रतिशत बढ़कर 1,67,520 इकाई हो गई है. कंपनी ने पिछले साल इसी महीने में कुल 1,38,335 इकाइयां बेची थीं. अक्टूबर में यात्री वाहनों की कुल घरेलू बिक्री 1,47,072 इकाई रही, जो सालाना आधार पर 26 प्रतिशत अधिक है. एक साल पहले इसी महीने में घरेलू यात्री वाहनों की कुल घरेलू बिक्री 1,17,013 इकाई थी. वहीं, अक्टूबर 2021 में ‘मिनी सेगमेंट’ में कारों की बिक्री बढ़कर 24,936 इकाई हो गई. इस सेगमेंट में ऑल्टो और एस-प्रेसो जैसे मॉडल शामिल हैं. बलेनो, सेलेरियो, डिजायर, इग्निस, स्विफ्ट, टूर एस और वैगनआर सहित कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री पिछले महीने बढ़कर 73,685 इकाई हो गई. एक साल पहले इसी महीने में यह आंकड़ा 48,690 था.