हमारे भारत देश में लोग अपनी मेहनत और लगन से हमेशा से ही ऐसा कार्य करते आये है, जिससे हमारे देश के लोगों को उन पर गर्व करने का मौका मिलता है। उनकी कड़ी मेहनत लोगों को उनकी सराहना करने के लिए मजबूर कर देती है।
बात की जाये संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की इसमें शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की सफलता की कहानियॉं बहुत ही अदभुद होती है। अपनी मेहनत से सफलता हासिल करने में देश की बेटियॉं भी पीछे नहीं है।
हमारे देश के केरल (Kerala) राज्य में कोल्लम शहर (Kollam City) में रहने वाली एक छात्रा सुश्री ने एक ऐसा कार्य कर दिखाया है। जिससे हम उस पर गर्व करने के लिए मजबूर हो गये है। अभी हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग ने 2017 के फाइनल रिजल्ट को घोषित किया गया है। जिसमें देश की इस बेटी ने 151वी रेंक हासिल कर ली है।
देश की बेटियों ने लहराया अपना परचम
संघ लोक सेवा आयोग में अपना सेलेक्शन करवाने के लिए देश का लाखों युवा हर साल मन लगाकर कड़ी मेहनत करते है। लेकिन आप सभी जानते है, कि यह हमारे देश की सबसे कठिन परीक्षा है और इसमें सेलेक्शन पाते तक कई लोगों की उम्र काफी निकल जाती है।
इस परीक्षा की कठिनाई का स्तर इतना अधिक है कि इसे पास करना अपने आप में ही एक अलग सफलता होती है। लेकिन सुश्री ने यह कारनाम बहुत ही कम उम्र में कर दिया है। आपको बता दे कि इस परीक्षा परिणाम में देश की कई बेटियों ने अपना परचम लहराया है।
अगर इसके टॉप 25 स्टूडेंट की बात की जाये तो उनमें से 8 देश की बेटियाँ है। जो यह साबित करता है कि देश में बेटियों की पढ़ाई का स्तर दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है और वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।
केवल 22 वर्ष में पास की यूपीएससी परीक्षा
हम आज जिसकी बात कर रहे है वह केरल (Kerala) के कोल्लम (Kollam) की सुश्री (Sushree) है। जोकि केवल 22 वर्ष में इस परीक्षा को पास करने वाली कम उम्र की स्टूडेंट बन गई है। आज सुश्री की यह उपलब्धि करोडों छात्र छात्रों के लिए मिसाल बन गई है। उनकी यह उपलब्धि लोगों को प्रेरणा दे रही है। आपको बता दे कि सुश्री ने यह अचीवमेंट अपने पहले ही प्रयास में हासिल कर ली है। जोकि उनके और उनके परिवार के लिए बहुत ही गर्व की बात है।
सुश्री के पिता जी का नाम सुनील कुमार है। जोकि 2004 से लेकर 2010 तक एसपीजी के पद पर रहे है और साथ ही वह हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन जी की सुरक्षा के कार्य में भी अपनी सर्विस दे चुके है। सुश्री बचपन में मनमोहन जी से भी मिल चुकी है।
वह अपने बचपन के पलों को याद करते हुए बताती है, जब वह 2008 में केवल 14 साल की थी। उस समय उन्हें देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिेंह जी और साथ में उनकी वाइफ गुरचरण कौर जी को फूलों का गुलदस्ता देना का चांस मिला था और वह बताती है कि इसी समय ही उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी से बात की थी।
उस समय देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने सुश्री से पूछा था कि वह आगे चल कर क्या बनना चाहती है, उनका सपना क्या है, तो सुश्री कहती है कि उन्होंने सिविल सरवेंट बनने की ख्वाहिश उन्हें बताई थी। सुश्री अपनी इस सक्सेस का सारा श्रेय अपने पिता जी सुनील कुमार को देती है। वह कहती है कि उनकी वजह से ही में इस परीक्षा में सफल हो पाई है।
अगर वह मुझे प्रेरित नहीं करते और मेरा हौसला नहीं बढ़ाते तो मेरे लिए यह उपलब्धि हासिल कर पाना बहुत ही कठिन हो जाता। अपनी बेटी की सक्सेस से पिता सुनील कुमार काफी खुश है और साथ ही उनकी बेटी की इस अचीवमेंट के लिए उनके पिता जी के डिपार्टमेंट से भी लोग उन्हें बधाई दे रहे ह
सुश्री की इस सफलता पर सिक्योरिटी गार्ड के डीजी मिस्टर सुदीप लखटकिया जी ने सुनील जी को बधाई देते हुए कहा है, कि यह एसपीजी के लिए उनके जीवन का सबसे बड़ा और सुनहरा पल है। बेटी सुश्री की इस सफलता पर हमें गर्व है और में उन्हें उसके लिए बधाई देता हूँ।
इतनी कम उम्र में यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) पास करना अपने आप में ही एक उपलब्धि है। सुश्री की इस सफलता के लिए हम उन्हें बधाई देते है और हम आशा करते है कि वह करोड़ो युवाओ को अपनी स