इंसान के लिए जब एक रास्ता बंद होता है तो दूसरा अपने आप खुल जाता है. ओडिशा के इसाक मुंडा ने एक रास्ता बंद होने पर दूसरे की पहचान कर ली. लॉकडाउन से पहले तक मुंडा एक मज़दूर थे लेकिन आज उन्हें पूरा देश एक यूट्यूबर के रूप में जानता है.
ओडिशा के संबलपुर जिले के बाबूपाली गांव के इसाक मुंडा आदिवासी समाज से ताल्लुक रखते हैं. वह मज़दूरी करते थे और इसी मज़दूरी से उनका घर चलता था. 2020 में एक दिन अचानक ही कोरोना के कारण लॉकडाउन की घोषणा हो गई और उनका काम बंद हो गया. मजदूरों का तो हिसाब रोज कुआं खोदो, रोज पानी पियो जैसा होता है. मुंडा की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ने लगी. कमाई के सभी रास्ते बंद दिख रहे थे. मुंडा ने भूख से ध्यान भटकाने के लिए अपने दोस्त के फोन पर यूट्यूब वीडियो देखने शुरू किए. इसी तरह यूट्यूब की विडीयोज ने उन्हें खूब प्रभावित किया और इन्हीं वीडियो को देखने के बाद मुंडा ने सोचा कि क्यों ना वह भी इसी तरह की वीडियो बनाएं. इसके बाद उन्होंने ये फैसला किया कि वह भी अपना वीडियो यहां अपलोड करेंगे.
उन्होंने अपना पहला वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया जिसमें वह खाना खा रहे थे. मुंडा की किस्मत चमकी और वीडियो हिट हो गया. इसके बाद तो जैसे उनके जीवन के सारे कष्ट ही मिट गए. आज के समय में वह अपने यूट्यूब चैनल से महीने के लाख रुपये से ज्यादा कमा लेते हैं. आज उनकी स्थिति अच्छी हो गई है लेकिन तब मुंडा के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह एक स्मार्ट फोन खरीद पाते. ऐसे में उन्होंने अपने दोस्त से 3 हजार रुपये उधार लिए और एक छोटा सा स्मार्टफोन खरीदा. इसी फोन की मदद से वह अपना वीडियो बना कर यूट्यूब पर डालने लगे.
हालांकि मुंडा द्वारा पोस्ट की जाने वाली वीडियो में कुछ खास नहीं होता. वह बस अपने वीडियो में खाना खाते नजर आते हैं. मार्च 2020 में पोस्ट किए अपने पहले वीडियो में मुंडा टमाटर, हरी मिर्च के साथ चावल और साग खाते नजर आए थे. अपने बारे में बताते हुए मुंडा ने मीडिया से कहा था कि मैंने अपना पहला स्मार्टफोन खरीदने के लिए 3 हजार रुपये का लोन लिया था ताकि वीडियो बना सकूं. मैं अपने छोटे से घर और गांव के जीवन के बारे में वीडियो बनाता हूं, जिसमें दिखाया जाता है कि हम क्या और कैसे खाते हैं. मुझे खुशी है कि मेरे काम को बहुतों ने पसंद किया. अब में अच्छा कमा लेता हूं.
अपनी वीडियो में मुंडा हिंदी और संबलपुरी में बात करते हैं. मुंडा द्वारा पहला वीडियो पोस्ट किए जाने के तीन महीने बाद उनके अकाउंट में 37 हजार रुपये आए. ये तो शुरुआत थी, इसके बाद इनके पास 5 लाख रुपये आए और ये सिलसिला अभी जारी है. मुंडा के अनुसार यूट्यूब से 5 लाख रुपये कमाने के बाद उन्होंने इस रकम से अपना घर बनवाया और परिवार को आर्थिक संकट से बाहर निकाला. उनका कहना है कि खुद के ऊपर खर्च करने के अलावा इन्होंने इन पैसों से अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंदों की मदद भी की. मुंडा के यूट्यूब चैनल का नाम है Isak Munda Eating. यहां उनके सब्सक्राइब्स की संख्या के 7.6 लाख है, जो लगातार बढ़ती जा रही है. वह अपने चैनल पर 300 से ज्यादा वीडियो पोस्ट कर चुके हैं.