इस बार आम की बंपर पैदावार, मौसम अनुकूल होने से बागबानों की जगी उम्मीदें

इस बार आम की फसल का ऑन ईयर है और बागबानों को आम की फसल की बंपर पैदावार की उम्मीद है । अगर मौसमी हालात सामान्य रहे तो आम के बेहतर उत्पादन के साथ बागबानों की भी बेहतर आमदनी हो सकती है। इस समय मौसम की बढ़ती तपश के साथ-साथ बौर से भरे आम के बागीचे महक उठे हैं तथा इस सुगंधित महक से बागबानों की आशाएं भी बढ़ गई है। इस बार मौसम अनुकूल होने की वजह से आम के बागीचों का बौर अच्छी स्थिति में है और अब इससे आम बनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो कि आम की सफल के लिए बेहतर मानी जाती है।

अभी आम के बागीचों में बौर ही पड़ा है और ज्यादातर आम के बागीचे व्यापारियों ने खरीद लिए हैं। अभी तक जिला में मौसम की स्थिति अच्छी है, जो कि फलों के उत्पादन के लिए बेहतर मानी जाती है और फ्रूट्स की सेटिंग होने पर बारिशों का होना फ्रूट्स के लिए लाभकारी माना जाता है और उस समय बागबानों को आम के बागीचों में अगर सिंचाई सुविधा हो तो पानी लगाना चाहिए। (एचडीएम)

कांगड़ा में आम उत्पादन के आंकड़े
वर्ष                      उत्पादन
2017-18 में 13098 मीट्रिक टन
2018-19 में 16846 मीट्रिक टन
2019-20 में 15287 मीट्रिक टन
2010-21 में 19525 मीट्रिक टन
2021-22 में 19611 मीट्रिक टन

दवाइयों का छिड़काव न करें

विभागीय विशेषज्ञों के अनुसार आम के बौर पर दवाइयों का छिड़काव नहीं करना चाहिए और फ्रूट्स की सेटिंग होने पर उचित दवाइयों का उचित मात्रा में छिड़काव करना चाहिए।

21 हजार मीट्रिक टन आम उत्पादन का लक्ष्य

उद्यान विभाग के जिला कांगड़ा के उपनिदेशक डा. कमलशील नेगी ने बताया कि इस बार आम की फसल का ऑन ईयर है इस बार जिला में भारी पैदावार की उन्मीद है। विभाग ने इस बार जिला में लगभग 21 हजार मीट्रिक टन आम के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।

मौसम अनुकूल

इस समय आम की फसल के लिए मौसम बेहद अनुकूल है। माना जा रहा है कि इस समय सुबह-शाम के समय थोड़ी ठंडक है और दिन में गर्मी है, जो कि आम के बौर के लिए अनुकूल मानी जाती है। इससे बंपर फसल की उम्मीद है।

ऑन-ऑफ ईयर

आमतौर पर एक वर्ष आम की पैदावार ज्यादा होती है और एक वर्ष कम। जिस वर्ष आम की फसल की ज्यादा पैदावार होती है उसे ऑन ईयर और जिस वर्ष आम की फसल की कम पैदावार होती है उसे ऑफ ईयर कहते है।

जिला में कहां-कहां है आम के बागीचे

जिला कांगड़ा में लगभग 21484 हेक्टेयर जमीन पर आम के बागीचे हैं और इस जिला के तहत पड़ते नूरपुर क्षेत्र में भी आम की भारी मात्रा में पैदावार होती है। नूरपुर क्षेत्र में आम के बागीचे विभिन्न जगहों पर है, जिसमें प्रमुखता जाच्छ, वासा वजीरा, सुल्याली, नागनी, भड़वार, गनोह, रैहन, छत्तर, गोलवां, दीनी लार्थ, समलेट, इंदपुर, इंदौरा व डाह कुलाड़ा सहित विभिन्न स्थानों पर आम के बागीचे है।