प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 अक्टूबर को गुजरात को एक बड़ी सौगात देने वाले हैं.
गुजरात. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैतृक जिला मेहसाना इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज करने जा रहा है. यहां पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार हो चुका है. मेहसाना के मोढ़ेरा के पास तैयार किए गए सोलार प्लांट से पास के 3 गांवों के घरों में बिजली पहुंचाई जा रही है. पिछले कुछ समय से इसकी टेस्टिंग हो रही थी, लेकिन अब प्रोजेक्ट पूरा तैयार हो गया है. सुजानपुरा में 12 हेक्टर जमीन पर यह प्लांट लगाया गया है. सुजानपुरा से सौर ऊर्जा से जो बिजली उत्पन्न होती है वह डीसी करंट होती है. उसे ऐसी करंट में तब्दील किया जाता है और उसके बाद इस बिजली को स्टोर करके ग्रीड में भेजी जाती है.
इस ग्रीड से मोढ़ेरा गांव के हर मकान को बिजली सप्लाई होती है. इतना ही नहीं मोढ़ेरा के रिहायशी, कमर्शियल सभी घर, मकान, इमारत पर भी सोलार पैनल लगाई गई है. यानी हर घर पर भी सौर ऊर्जा से बिजली पैदा होती है जिसे ग्रीड स्टेशन भेजा जाता है. मोढ़ेरा ही नहीं बल्कि सुजानपुर और समलानापरा के 1383 मकानों में सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचाई जा रही है. राहत की बात यह है कि इन घरों में बिजली के बिल न के बराबर आने लगे हैं. जिनके यहां बिजली खपत ज्यादा है उन्हें भी लगभग 50 फीसदी फायदा होने लगा है.
घरों में लगे सोलर पैनल
मोढेरा ही नहीं सुजानपूरा में भी ज्यादातर घरों पर सोलर पैनल लग चुकी है. वहां भी लोग फायदा गिनाते थकते नहीं. विश्व प्रसिद्ध मोढेरा सूर्य मंदिर में 3-डी प्रोजेक्शन मैपिंग शो और हेरिटेज लाइटिंग भी इसी सौर ऊर्जा से होगा. मोढ़ेरा मंदिर में पार्किंग में भी सोलर पैनल लगाई गई है. यह पहला ऐसा आधुनिक गांव है जिसमें सौर आधारित अल्ट्रा-मॉडर्न इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की सुविधा उपलब्ध है. केंद्र और गुजरात सरकार के द्वारा दो चरणों में 50:50 के आधार पर संयुक्त रूप से ₹80.66 करोड़ खर्च किया है.
सौर ऊर्जा से बिजली की सुविधा प्राप्त करने वाले मोढेरा के सभी 1300 घरों में से प्रत्येक घर में एक किलोवॉट की क्षमता वाले सोलर रूफटॉप सिस्टम को स्थापित किया गया है. इन सौर पैनलों के माध्यम से दिन के समय बिजली की आपूर्ति की जाती है और शाम को BESS यानी बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स के जरिए घरों में बिजली की आपूर्ति होती है. इस परियोजना के माध्यम से मोढेरा रेन्युएबल एनर्जी उत्पादन बनने वाला भारत का पहला गांव बन गया है. भारत का पहला ग्रिड कनेक्टेड MWh स्केल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम स्थापित किया गया है.
पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट
यह पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. ऐसे में हर चीजों को लेकर प्रशासन बारीकी से ध्यान रख रहा है. पीएम मोदी के दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. विश्व प्रसिद्ध मोढ़ेरा सूर्य मंदिर में सौर ऊर्जा से संचालित 3-डी प्रोजेक्शन पर्यटकों को मोढेरा के समृद्ध इतिहास की जानकारी देगा. यह 3-डी प्रोजेक्शन हर शाम 7:00 से 7:30 बजे तक संचालित किया जाएगा. इसके अलावा, मंदिर के सौंदर्यीकरण के रूप में इसके परिसर में सौर ऊर्जा द्वारा संचालित हेरिटेज लाइटिंग भी लगाई गई हैं. दर्शक रोजाना शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक इस आकर्षक लाइटिंग का आनंद ले सकते हैं.