यह था देश का पहला 5 स्टार होटल, इसके बारे में ये बातें जानते हैं आप? एक दिन का किराया सुनकर उड़ जाएंगे होश

The Taj Mahal Palace: यह भारत का एकमात्र होटल था जहां बिजली की व्यवस्था थी। देश का पहला ऐसा होटल था जिसे बार और दिन भर चलने वाले रेस्त्रां का लाइसेंस मिला था। 1972 में देश की पहली 24 घंटे खुली रहने वाली कॉफी शॉप यहीं थी। ताज महल पैलेस में ही देश का पहला ऐसा रेस्त्रां है, जहां सबसे पहले AC रेस्त्रां बनाया गया था।

 The Taj Mahal Palace

नई दिल्ली: देश में एक से बढ़कर एक आलीशान होटल हैं। 5 स्टार होटल लोगों की पहली पसंद होते हैं। इनका एक दिन का किराया ही हजारों में होता है। लेकिन क्या आपको पता है देश के पहले 5 स्टार होटल के बारे में। आपको बता दें, इस होटल में एक रात रुकने का किराया इतना महंगा होता है कि आम आदमी उतने पैसों में एक हफ्ते या एक महीने का खर्चा आराम से निकाल सकता है। ये कहां पर है और इसे किसने बनवाया था। जब ये होटल बना था उस समय सिर्फ इसी में बिजली का कनेक्शन था। आज भी ये होटल लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। इसमें एक दिन रुकने का सपना लगभग सभी लोगों का होता है। आईए आपको बताते हैं देश के पहले 5 स्टार होटल के बारे में।

यहां बनाया गया देश का पहला 5 स्टार होटल
भारत का पहला फाइव स्टार होटल मुंबई में स्थिति ताज होटल है। 16 दिसंबर, 1903 में 17 मेहमानों के लिए खुला ‘ताज महल पैलेस’ (The Taj Mahal Palace, Mumbai) टाटा ग्रुप के फ़ाउंडर, जमशेदजी टाटा (Jamsetji Nusserwanji Tata) का सपना था। जमशेदजी टाटा ने आधुनिक भारत के लिए कई सपने देखे थे, उनमें से ‘ताजमहल पैलेस’ इकलौता ऐसा सपना है, जो उनके जीवनकाल में पूरा हो पाया। होटल का नाम ‘ताजमहल’ के नाम पर रखा गया है, जो आगरा शहर में स्थित है। होटल दो अलग-अलग इमारतों से बना है: ताजमहल पैलेस और टावर, ताज महल पैलेस 20वीं शताब्दी की शुरुआत में बनाया गया था, जबकि टावर 1973 में खोला गया।

इतने रुपयों के खर्च से हुआ था तैयार
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, होटल ताज 4 करोड़ 21 लाख रुपये के भारी खर्च से तैयार हुआ था, उन दिनों यह भारत का एकमात्र होटल था जहां बिजली की व्यवस्था थी। देश का पहला ऐसा होटल था जिसे बार (हार्बर बार) और दिन भर चलने वाले रेस्त्रां का लाइसेंस मिला था। 1972 में देश की पहली 24 घंटे खुली रहने वाली कॉफी शॉप यहीं थी। ताज महल पैलेस में ही देश का पहला ऐसा रेस्त्रां है, जहां सबसे पहले AC रेस्त्रां बनाया गया था। ताज देश का पहला होटल था, जिसमें इंटरनेशनल स्तर का डिस्कोथेक था। जर्मन एलीवेटर्स लगाए गए थे। तुर्किश बाथ टब और अमेरिकन कंपनी के पंखे लगाए गए थे।

शुरुआत में इतने रुपये था किराया
जानकारों के मुताबिक, पहले विश्व युद्ध (First World War) के दौरान होटल को 600 बेड वाले हॉस्पिटल में बदला गया था। होटल की शुरुआत में सिंगल रूम का किराया 10 रुपये था। पंखे और अटैच्ड बाथरूम वाले कमरों का किराया 13 रुपये था। अगर मौजूदा समय की बात करें तो यहां सबसे सस्ते रूम का किरया भी करीब 35 हजार रुपये के आसपास है।